Punjabi गानों में गन कल्चर को लेकर भगवंत मान ने दिखाए सख्त तेवर, कड़ी कार्रवाई की दी चेतवानी
Punjab News: बहुत सारे पंजाबी गायकों पर अपने गानों के जरिए गन कल्चर को बढ़ावा देने के आरोप लगते रहते हैं. भगवंत मान की सरकार ने इनके खिलाफ कड़ा रुख अपना लिया है.
Punjab News: पंजाब के गानों में पॉपुलर गन कल्चर को लेकर सीएम भगवंत मान ने सख्त रवैया अपना लिया है. भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने उन गायकों को चेतावनी दी जो कथित तौर पर अपने गीतों के जरिये गन कल्चर को प्रोत्साहित कर रहे हैं. उन्होंने इस तरह के चलन को अस्वीकार्य करार दिया और कहा कि इसमें शामिल लोगों से सख्ती से निपटा जाएगा.
भगवंत मान का मानना है कि गानों के जरिए हिंसा को बढ़ावा नहीं मिलना चाहिए. मान ने कहा, ''कुछ पंजाबी गायकों द्वारा बंदूक संस्कृति और गिरोहबाजी को प्रोत्साहन देने के चलन है. जिसकी हम निंदा करते हैं. और उनसे आग्रह किया जाता है कि अपने गीतों के जरिये समाज में हिंसा नफरत और द्वेष फैलाने से बचें.''
मुख्यमंत्री ने ऐसे गायकों से पंजाब की संस्कृति और पंजाबियत का आदर करने और गीतों के माध्यम से समाज विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने की बजाय भाईचारे, शांति और समरसता के बंधन को मजबूत करने का आग्रह किया.
कुछ पंजाबी गायकों पर लगे हैं आरोप
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि मान ने गायकों से जिम्मेदारी के साथ सृजनात्मक भूमिका निभाने और पंजाब की सांस्कृतिक विरासत को प्रोत्साहित करने का आह्वान किया. गौरतलब है कि अतीत में कुछ पंजाबी गायकों पर बंदूक संस्कृति को बढ़ावा देने और हिंसा को गौरवान्वित करने का आरोप लग चुका है.
पिछले साल तत्कालीन मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने एक पंजाबी गायक की गिरफ्तारी का समर्थन किया था जिस पर गाने के माध्यम से बंदूक संस्कृति को प्रोत्साहित करने का आरोप लगा था. पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने जुलाई 2019 में पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ केंद्र शासित क्षेत्र के पुलिस महानिदेशकों को निर्देश दिया था कि ऐसे गीतों के प्रदर्शन पर रोक लगाई जाए जो शराब, मादक पदार्थ और हिंसा को बढ़ावा देते हों.
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