Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने सिख गुरुद्वारा (संशोधन) विधेयक 2023 पर हस्ताक्षर नहीं करने के लिए शनिवार को राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित (Banwarilal Purohit) की आलोचना की और उन पर राज्य के लोगों की लोकतांत्रिक इच्छा का गला घोंटने का आरोप लगाया.


सीएम मान ने शनिवार को ट्वीट करते हुए कहा, 'गुरबानी का प्रसारण दोबारा बादल परिवार की कंपनी के ‘‘खास लोगों’’ के हाथों में नहीं जाने दिया जाएगा.' सीएम ने राज्यपाल को लिखे एक पत्र में कहा, 'अफसोस है कि विधेयक पर आज तक हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं. यह पंजाब के लोगों की लोकतांत्रिक इच्छा का गला घोंटने जैसा है.'






23 जुलाई तक का है समय


मान ने पीटीसी चैनल का भी जिक्र किया और आरोप लगाया कि ‘‘एक राजनीतिक परिवार के मालिकाना हक वाले खास चैनल ने श्री हरमंदिर साहिब से ‘सरब सांझी गुरबानी’ के प्रसारण पर एकाधिकार कर लिया है और इससे मुनाफा कमा रहा है. पीटीसी चैनल का संबंध अक्सर बादल परिवार से जोड़ा जाता है. मान ने राज्यपाल से एसजीपीसी और निजी चैनल के बीच 23 जुलाई को समझौता समाप्त होने से पहले विधेयक पर हस्ताक्षर करने का आग्रह किया. 



अपना चैनल शुरू करने का ऐलान


दरसअल, पंजाब विधानसभा ने 20 जून को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर से गुरबानी का निशुल्क प्रसारण सुनिश्चित करने के लिए सिख गुरुद्वारा (संशोधन) विधेयक, 2023 पारित किया था. एक दिन पहले, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने कहा था कि वह स्वर्ण मंदिर से गुरबानी के प्रसारण के लिए एक सैटेलाइट चैनल और अपना यूट्यूब चैनल शुरू करेगी.




SGPC ने किया था ये ऐलान


दो दिन पहले ही एसजीपीसी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने कहा था कि 24 जुलाई से गुरबाणी का प्रसारण यूट्यूब के जरिए होगा. जिसके सारे अधिकार एसजीपीसी के पास होंगे. एक प्राइवेट कंपनी भी प्रसारण के लिए उनके साथ रहेगी. धामी की तरफ से कहा गया कि इसके बाद एक सेटेलाइट चैनल शुरू करने के लिए भारत सरकार से संपर्क किया जाएगी और तीन महीने के बाद एसजीपीसी अपना सेटेलाइट चैनल लेकर आएगी. फिलहाल इस यूट्यूब चैनल का नाम 'सचखंड श्री हरमंदर साहिब अमृतसर' रखने की घोषणा की गई थी. सिख गुरुद्वारा अधिनियम 1925 में प्रस्तावित संशोधन को लेकर धामी ने कहा था कि पंजाब सरकार सिख संगठनों को कमजोर करने में जुटी हुई है. जिसको लेकर वो राष्ट्रपति और राज्यपाल से मुलाकात कर कानूनी कार्रवाई करेंगे.


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