Haryana: सोमवार को देशभर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उत्सव का माहौल है. देश की कई बड़ी हस्तियां अयोध्या पहुंची हैं. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर हैं. इस दौरान राहुल गांधी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने असम के नगांव के एक मंदिर में जाने से रोके जाने की बात कही है. इसको लेकर अब राजनीतिक बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. हरियाणा कांग्रेस के नेता और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा की भी मामले को लेकर प्रतिक्रिया आई है.


राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "असम में राहुल गांधी को मंदिर जाने से रोकना बीजेपी सरकार का अत्यंत निंदनीय कदम है. एक तरफ जहां आज पूरा देश आस्था और भक्ति के संगम में डूबा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ किसी को मंदिर में जाने की भी इजाजत नहीं दी जा रही है. यह रामराज्य की परिभाषा नहीं हो सकती. हमारे धर्म और समाज में राम की कल्पना यही है कि भगवान सबके लिये एक समान हैं."



किस मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे थे राहुल गांधी?


कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान असम के नगांव जिले में वैष्णव संत शंकरदेव के जन्मस्थान पर दर्शन के लिए जाना चाहते थे. इस दौरान राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि पहले उन्हें मंदिर जाने की इजाजत दी गई थी, अब उन्हें मंदिर जाने से रोका जा रहा है. साफ है कि ऊपर से आदेश आया है. वो सिर्फ हाथ जोड़ने के लिए मंदिर जाना चाहते थे. इस दौरान पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ उनकी बहस भी हुई. इसके बाद इस दौरान राहुल गांधी और कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़क पर बैठ गए और कार्यकत्ताओं ने राम भजन गाने शुरू कर दिए.  


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