Bharat Jodo Yatra: राहुल गांधी नहीं रोकेंगे भारत जोड़ो यात्रा, बोले- 'यात्रा रोकने के लिए बहाने ढूंढ रही सरकार'
Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी सच्चाई से डरती है. उन्होंने कहा कि ये लोग हिंदुस्तान की शक्ति से, हिंदुस्तान की सच्चाई से डर गए हैं, ये सच्चाई है.
Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को रोकने के लिए ‘बहाने’ ढूंढ रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने चीन समेत कुछ देशों में कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामलों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखकर उनसे अपील की थी कि यदि कोविड नियमों का पालन नहीं किया जा सकता, तो वह भारत जोड़ो यात्रा को निलंबित करने पर विचार करें.
राहुल गांधी ने हरियाणा के नूंह जिले के घासेड़ा गांव में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “यह यात्रा कश्मीर जाएगी. अब वे एक नया तरीका लेकर आए हैं. उन्होंने मुझे पत्र लिखा कि कोविड फैल रहा है, यात्रा रोक दो.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब वे यात्रा रोकने का बहाना बना रहे हैं. मास्क लगाओ, यात्रा रोको, कोविड फैल रहा है, ये सब बहाने हैं.’’ केंद्र और हरियाणा में सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वह सच्चाई से डरती है.
हम आरएसएस के नफरत भरे भारत को नहीं चाहते: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘हिंदुस्तान की शक्ति से, हिंदुस्तान की सच्चाई से, ये लोग डर गए हैं, ये सच्चाई है.’’ राहुल गांधी ने कहा कि ‘‘हम आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नफरत भरे भारत को नहीं चाहते हैं.’’ उन्होंने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 100 से अधिक दिनों से जारी है और इसमें हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सहित सभी धर्मों के पुरुषों, महिलाओं और बच्चों ने हिस्सा लिया है. उन्होंने कहा कि इसमें लाखों लोगों ने हिस्सा लिया, लेकिन किसी ने किसी से यह तक नहीं पूछा कि उनका धर्म क्या है, वे कौन सी भाषा बोलते हैं या कौन सी जगह से आए हैं.
सात सितंबर को शुरू हुई थी भारत जोड़ो यात्रा
राहुल गांधी ने कहा कि इस यात्रा में 24 घंटे लोगों ने एक दूसरे का सम्मान किया और एक दूसरे को गले लगाया और प्यार फैलाया. आपको बता दें कि राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ ने राजस्थान चरण के बाद बुधवार को नूंह से हरियाणा में प्रवेश किया था. कन्याकुमारी से सात सितंबर को शुरू हुई यात्रा अब तक तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान से गुजर चुकी है.
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