Haryana News: महाराष्ट्र मुद्दे पर भूपेंद्र हुड्डा का बड़ा बयान, कहा- 'देश की जनता ने तय किया, 2024 में केंद्र में आएगी कांग्रेस सरकार'
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने महाराष्ट्र के मुद्दे पर बयान देते हुए कहा कि, देश की जनता ने मन बना लिया है की 2024 में कांग्रेस की सरकार को केंद्र में लाना है.
Haryana News: महाराष्ट्र में चल रही सियासी हलचल कर असर बाकी अन्य राज्यों में भी देखने को मिल रहा है. राज्य के सत्ताधारी पार्टी के बड़े नेता इसपर खुलकर बयानबाजी करते दिखाई दे रहे हैं. हरियाणा कांग्रेस की बात की जाए तो इस समय पार्टी के अंदर जमकर गुटबाजी चल रही है, लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस बीजेपी लगातार हमला बोल रही है. इसी बीच हरियाणा के पूर्व सीएम और कांग्रेस के बड़े नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) का बयान सामने आया है.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा का महाराष्ट्र मुद्दे पर बयान
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा Bhupinder Singh Hooda) ने महाराष्ट्र के मुद्दे पर बयान देते हुए कहा कि, देश की जनता ने मन बना लिया है की 2024 में कांग्रेस की सरकार को केंद्र में लाना है. इसके अलावा पूर्व सीएम ने कहा कि बीजेपी का पार्टियों को तोड़ने का यह तरीका रहा है लेकिन देश की जनता को इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि, एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली BJP-JJP स्वार्थ की गठबंधन सरकार बनाकर जनता को लूटने में लगी है. लेकिन कांग्रेस दोनों दलों के कारनामे जनता के सामने उजागर कर रही है. हरियाणा की जनता इस गठबंधन को सत्ता से उखाड़ कर कांग्रेस की सरकार बनाने का मन बना चुकी है.
हरियाणा कांग्रेस 4 गुटों में बटी
वहीं दूसरी ओर हरियाणा में कांग्रेस 4 गुटों में बटी हुई है. पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा और विधायक किरण चौधरी इन नामों की वजह से कांग्रेस 4 गुटों में बंटी हुई है. इसमें सबसे प्रभावी गुट पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का माना जाता है.
सीएम फेस नहीं हैं हुड्डा
कुछ दिन पहले चंडीगढ़ में दो दिन तक हरियाणा कांग्रेस की बैठक चली थी, जिसमें बड़ी बात सामने आई की पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस का सीएम फेस नहीं हैं खुद प्रभारी दीपक बाबरिया ने इस ओर इशारा करते हुए कहा कि सीएम चेहरे के लिए अंतिम फैसला कांग्रेस हाईकमान करने वाला है. वहीं कांग्रेस की बैठक के दौरान हुए हंगामे के बाद बाबरिया ने कहा कि जो भी नेता एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करेगा, उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.