Wrestlers Protest: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गुरुवार को कहा कि बीजेपी नीत हरियाणा सरकार को पहलवानों के मुद्दे पर मूक दर्शक बनकर नहीं बैठना चाहिए. इस मामले को  केंद्र के समक्ष उठाना चाहिए. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पहलवानों ने देश का नाम रोशन किया है लेकिन उनके द्वारा उठाए गए मामले में उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है और हकीकत ये है कि आज ये पहलवान अपने पदकों को गंगा नदी में बहाने पर विवश हैं जो कि देश के लिए शर्म की बात है.


पहलवानों को लेकर मूकदर्शक बनी हुई है हरियाणा सरकार
हुड्डा ने कहा कि ये खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व करते हैं और मैंने भी उनसे विसर्जित न करने की अपील की थी. पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता ने कहा कि सभी को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्हें न्याय मिले. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि मैं खिलाड़ियों से जुड़े मामले में राजनीति की बात नहीं करता लेकिन मैं एक बात कहना चाहता हूं कि  हरियाणा सरकार इस मामले में मूक दर्शक बनी हुई है. उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार को पहलवानों से मुद्दे को केंद्र सरकार के समक्ष उठाना चाहिए.


'पहलवानों के साथ जो व्यवहार हो रहा, वह दुर्भाग्यपूर्ण'
हुड्डा ने कहा WFI के पूर्व चीफ और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर कार्रवाई न होने को लेकर पहलवान अपने पदक गंगा नदी में बहाने जा रहे थे. हालांकि, किसान नेताओं द्वारा इस मुद्दे को हल करने के लिए उनसे पांच दिन का समय मांगे जाने के बाद उन्होंने अपने पदक नदी में नहीं बहाए. उन्होंने कहा कि हमारे खिलाड़ियों के साथ जैसा व्यवहार किया जा रहा है वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, हम उनके साथ खड़े हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा कांग्रेस विधायक दल ने बीजेपी नीत केंद्र सरकार द्वारा प्रदर्शनकारी पहलवानों पर अत्याचार की निंदा करते हुए बुधवार को एक प्रस्ताव पारित किया.


यह भी पढ़ें: Punjab: सुखबीर बादल की राहुल गांधी को सलाह- 'जिस विषय के बारे में जानकारी न हो उसपर...'