Haryana News: हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी के बीच रही खींचतान अभी कम नहीं हुई है. दोनों के बीच जुबानी जंग अब और तेज होती जा रही है. इसी बीच बीजेपी प्रदेश प्रभारी बिप्लब देब गठबंधन का जोड़तोड़ लगाने में जुट गए हैं. बीजेपी के दारोमदार अब निर्दलीय विधायकों पर नजर आ रहा है. जिसको लेकर निर्दलीय विधायकों से मंथन भी चल रहा है.


बिप्लब देब निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान, रणधीर गोलन, धर्मपाल गोंदर और राकेश दौलताबाद से मुलाकात कर चुके हैं. वहीं हलोपा से विधायक गोपाल कांडा भी बिप्लब देब से मिल चुके हैं.  मीडिया रिपोर्टस की मानें तो इन विधायकों का कहना है कि वो पहले भी सरकार के साथ थे और आगे भी सरकार का साथ देने वाले हैं. निर्दलीय विधायकों से मुलाकात के बाद शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और प्रदेश बीजेपी प्रभारी बिप्लब देब की मुलाकात भी हुई है.


निर्दलीय के सहारे क्या बनी रहेगी सरकार?


माना जा रहा है कि निर्दलीय विधायकों और हलोपा विधायक गोपाल कांडा से मुलाकात के बाद बीजेपी जेजेपी के गठबंधन से किनारा करने का मन बना रही है. क्योंकि अगर वो जेजेपी से किनारा भी करती है तो बीजेपी की सरकार बनी रह सकती है. वर्तमान में बीजेपी के पास 41 विधायक है उसे बहुमत के लिए 46 विधायकों की आवश्यकता है, ऐसे में 4 निर्दलीय और हलोपा विधायक गोपाल कांडा के उनके साथ आ जाने से सरकार बनी रह सकती है. ऐसे में अगर बीजेपी-जेजेपी के गठबंधन के बीच गड़बड़ी होती है तो निर्दलीय एक विकल्प के तौर पर सरकार के साथ है.  


‘गठबंधन बनाने को लेकर कोई विवशता नहीं’


बीजेपी-जेजेपी की खींचतान के बीच आज उपमुख्‍यमंत्री दुष्‍यंत चौटाला का भी बयान सामने आया. उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में राज्य में स्थिर सरकार चलाने के लिए बीजेपी-जेजेपी ने गठबंधन किया था. गठबंधन बनाने को लेकर कोई विवशता नहीं थी. वहीं इससे पहले बीजेपी प्रभारी बिप्लब देब की तरफ से कहा गया था कि जेजेपी ने समर्थन देकर कोई अहसान नहीं किया है. बदले में जेजेपी के विधायकों को मंत्री बनाया गया है. 


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