Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह सहित भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं पर राज्य में ‘‘राज्यपाल शासन’’ की मांग करने का आरोप लगाया और कहा कि लोग जानते हैं कि ये नेता हमेशा ‘‘पंजाब विरोधी’’ रहे हैं. मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार विपक्ष के निशाने पर है. विपक्ष आप पर राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था का आरोप लगा रहा है. मुख्यमंत्री और राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के बीच भी खींचतान चल रही है.
सीएम मान ने ट्वीट कर लगाया आरोप
सीएम मान ने ट्वीट कर लिखा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह, केवल ढिल्लों, बलबीर सिद्धू, फतेह जंग बाजवा, राजकुमार वेरका, गुरप्रीत सिंह सोढ़ी (सभी कांग्रेस नेता जो अब बीजेपी में हैं) अक्सर राज्यपाल के आवास के आस-पास देखे जा सकते हैं. ये पंजाब में राज्यपाल के शासन की बात कर रहे है। पंजाब के लोग सब जानते हैं कि ये लोग हमेशा पंजाब विरोधी रहे हैं.
सीएम और राज्यपाल के बीच बढ़ी खींचतान
पंजाब सीएम मान और राज्यपाल पुरोहित के बीच खींचतान बढ़ती जा रही है. जब सीएम भगवंत मान ने 3 मार्च से विधानसभा का बजट सत्र बुलाने की मांग को लेकर राज्यपाल पुरोहित को पत्र लिखा था. लेकिन राज्यपाल ने संकेत दिया था कि उन्हें बजट सत्र बुलाने की अभी कोई जल्दी नहीं है. राज्यपाल पुरोहित द्वारा कहा गया था कि सीएम मान द्वारा लिखे गए पत्र पर कानूनी राय के बाद ही बजट सेशन को मंजूरी देने के लिए सोचेंगे. राज्यपाल द्वारा लिखे गए लेटर का जो जवाब सीएम मान ने दिया था उसे राज्यपाल ने असंवैधानिक और अपमानजनक बताया था.
सुप्रीम कोर्ट पहुंची पंजाब सरकार
राज्यपाल द्वारा बजट सत्र को मंजूरी ना देने पर पंजाब सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है. पंजाब सरकार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है.
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