हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में होने वाले नगर निगमों, नगर परिषदों और नगर समितियों के चुनाव राजनीति को बदल सकता है. क्योंकि यहां पर बीजेपी-जेजेपी का गठबंधन अपने-अपने पार्टी के चुनाव चिह्न पर 41 नगर निगमों, नगर परिषदों और नगर समितियों का चुनाव लड़ेगा. इसके साथ ही इस बार प्रदेश में आम आदमी पार्टी (आप) की भी एंट्री है जो प्रदेश की राजनीति को बदल सकती है. खबरों की मानें को आप बिना किसी के गठबंधने के हरियाणा में नगर निगम ते चुनाव में उतरेगी. 


वहीं हरियाणा का मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पार्टी के चुनाव चिह्न पर सिर्फ नगर निगम का चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस ने अभी तक पार्टी के चुनाव चिह्न पर नगर परिषद और नगरपालिका समिति के चुनाव लड़ने का फैसला नहीं किया है. इस चुनाव को लेकर हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने कहा कि पार्टी ने पहले ही राज्य भर में अपने प्रमुख संगठनों की बैठकों के साथ चुनावी तैयारियों में बढ़त ले ली है. राज्य चुनाव आयोग द्वारा इलेक्शन की घोषणा के साथ ही हम महत्वपूर्ण नगर निगम चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.


इधर पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आरोप लगाया कि लोग गठबंधन सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण उसे सबक सिखाने के लिए तैयार हैं. नगर निगम चुनाव परिणाम 2024 के विधानसभा चुनावों से पहले गठबंधन सरकार के अंत की शुरुआत होगी. पंजाब में अपनी शानदार जीत के बाद हरियाणा में भी आप पार्टी को कुछ फायदा हो सकता है.


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राज्यसभा सदस्य और आप के हरियाणा प्रभारी सुशील गुप्ता ने पहले ही साफ कर दिया है कि आप पार्टी अपने चुनाव चिह्न पर नगर निगम का चुनाव लड़ेगी. आप ने नगर निगम के चुनाव के लिए पहले ही पार्टी कैडर को तैयार करने के लिए 31 नगर निकायों के पर्यवेक्षकों की घोषणा कर दी थी.