Punjab Election: शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन की बीजेपी ने चुकाई भारी कीमत, केंद्रीय मंत्री ने किया ऐसा दावा
Punjab Election: शिरोमणि अकाली दल 25 साल तक बीजेपी का सहयोगी रहा है. लेकिन अब दोनों दलों के रास्ते अलग हो चुके हैं.
Punjab News: भारतीय जनता पार्टी 25 साल बाद पहली बार पंजाब विधानसभा चुनाव शिरोमणि अकाली दल (Sheromani Akali Dal) के बिना लड़ने जा रही है. केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से लगता है कि पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन की बीजेपी (BJP) को भारी कीमत चुकानी पड़ी थी.
पुरी ने दावा किया कि बीजेपी पंजाब को विकास के रास्ते पर ले जागी. पंजाब के लिए भाजपा के चुनाव सह प्रभारी पुरी ने कहा, "यह मेरा व्यक्तिगत विचार है कि अतीत में हमारे गठबंधन के चलते हमें कई तरह से भारी कीमत चुकानी थी. आज जो लोग हमारे साथ जुड़ रहे हैं, उससे लगता है कि हम पंजाब को विकास के तेज रास्ते पर ले जाएंगे."
उन्होंने कहा कि पहले 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में भाजपा 22-23 सीटों पर चुनाव लड़ती थी और पिछले विधानसभा चुनाव में तीन सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन अब पार्टी के पास सिर्फ दो विधायक और पांच प्रतिशत वोट शेयर रह गया है. पुरी ने दावा किया कि पंजाब में एक नई राजनीतिक स्थिति विकसित हो रही है और इसमें नए गठबंधन सहयोगियों और लोगों के पार्टी में शामिल होने से भाजपा ऊपर, और ऊपर जाएगी.
बीजेपी के अच्छे प्रदर्शन का किया दावा
पुरी ने कहा, "जब हम गठबंधन में थे, भाजपा ने कभी भी 22-23 से अधिक सीटों पर चुनाव नहीं लड़ा, फिर भी हम अच्छी स्थिति में थे. इस बार हमने कैप्टन अमरिंदर सिंह, सुखदेव सिंह ढींडसा के साथ गठबंधन किया है और लोग हमसे जुड़ रहे हैं. अब हम समान भागीदार हैं और यह हमारे लिए पंजाब में ऊपर उठने का एक अच्छा अवसर है. पांच कोने के मुकाबले में भाजपा का पंजाब में अच्छा प्रदर्शन होगा, क्योंकि पंजाब के कुछ नेता भाजपा में शामिल हो गए हैं."
भाजपा पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव सिंह ढींडसा की शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ मिलकर पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ रही है. बीजेपी गठबंधन की ओर से जल्द ही सीट बंटवारे का एलान किया जा सकता है.