Punjab News: पंजाब में कपास के मुआवजे को लेकर किसानों ने एक बार फिर से आंदोलन शुरू कर दिया है. पंजाब में यह नया आंदोलन भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) के बैनर तले हो रहा है. आंदोलन कर रहे किसान पिछली साल खराब हुई कपास की फसल का मुआवजा सरकार से मांग रहे हैं. बटिंडा के जिला प्रशासन की ओर से किसानों को राहत देने का वादा किया गया है.
पिछले साल गुलाबी सुंडी की वजह से किसानों की कपास की फसल खराब हो गई थी. बटिंडा के डीसी ने कहा, ''जिन भी किसानों की फसल खराब हुई है उनके खातों में मुआवजे की राशि को डाला जाएगा. इस बारे में एक स्पेशल कमेटी बनाई गई है.''
डीसी की ओर से खेती किसानी से जुड़े मजदूरों को भी राहत देने की बात कही गई है. डीसी ने कहा, ''खेती किसानी से जुड़े मजदूरों का अलग खयाल रखा जाएगा. स्पेशल कमेटी जो बनेगी वो इन मजदूरों को अलग से राहत देगी, क्योंकि इन्हें भी फसल खराब होने की वजह से अपना हिस्सा वापस नहीं मिला.
केस भी लिए जाएंगे वापस
बीकेयू उगराहां की ओर से किसान आंदोलन के दौरान दर्ज हुए केसों का मुद्दा भी उठाया गया है. एसएसपी ने आंदोलन कर रहे किसानों को सभी केस वापस लेने का वादा किया है. एसएसपी ने कहा कि वादे के मुताबिक किसान आंदोलन के दौरान जितने भी केस दर्ज हुए थे सब कैंसिल हो जाएंगे.
बता दें कि पिछले साल किसान आंदोलन को खत्म करवाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से सभी केस वापस लेने का वादा किया गया था. हालांकि अभी तक राज्य सरकारें इस वादे को पूरा नहीं कर पाई हैं.