Braj Mandal Yatra 2024: पिछले वर्ष हरियाणा के नूंह में हुए ब्रज मंडल यात्रा के दौरान बवाल को लेकर इस बार नूह प्रशासन पहले से सतर्क नजर आया. इस बार ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा से पहले ही पूरे जिले के चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा. जलाभिषेक यात्रा के आगे और पीछे भारी पुलिस बल मौजूद रहा. नूह जिले में कल रविवार शाम से आज सोमवार शाम तक पूरी तरह से एसएमएस और इंटरनेट सेवा बंद कर दिया है. 


आपको बता दें कि पिछले साल हिंसा से प्रभावित हुई ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा सोमवार (22 जुलाई) को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच इस जिले से गुजर रही है , हिंदू और मुस्लिम सदस्यों ने अलग-अलग स्थानों पर इसका स्वागत किया.


80 किमी तक फैला है यह यात्रा
जलाभिषेक यात्रा में मौजूद अधिकारियों ने बताया कि यात्रा शांतिपूर्वक रही. ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा नल्हड़ महादेव मंदिर से शुरू हुई जहां से भक्त बाद में फिरोजपुर झिरका के झिर मंदिर के लिए रवाना हुए. रास्ते में भक्तों ने हर-हर महादेव और जय श्री राम के नारे लगाए. यह यात्रा का मार्ग लगभग 80 किमी तक फैला है और दिन के अंत में झिर मंदिर से होते हुए सिंगार में समाप्त होगा.


 लोगों ने गर्मजोशी से किया स्वागत
नूंह के उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने सोमवार को कहा कि सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं के बीच यात्रा सुचारू रूप से चल रही है. यहां यात्रा शुरू होने से पहले सुबह करीब 11 बजे महिलाओं का एक बड़ा समूह भूतेश्वर मंदिर से चलकर नल्हड़ महादेव मंदिर पहुंचा था. तिरंगा चौक पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.


इसके साथ साथ उन्होंने कहा की यात्रा में शामिल संतों व अन्य श्रद्धालुओं का मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जगह-जगह फूल मालाओं से स्वागत किया. इस दौरान महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव ने कहा कि इस बार पूरे देश में हिंदू-मुस्लिम भाईचारे का एक बड़ा संदेश गया है और उन्होंने इसके लिए दोनों समुदायों को बधाई दी. 


हरियाणा सरकार ने पहले से ही बढ़ा दी थी सुरक्षा
इससे पहले सुबह यात्रा में भाग लेने वाले कई भक्त नलहर मंदिर के लिए रवाना होने से पहले गुरुग्राम के सेक्टर 10 में राधा कृष्ण मंदिर में एकत्र हुए. हरियाणा सरकार ने यात्रा के लिए पहले से ही सुरक्षा बढ़ा दी थी.  इसके साथ ही  रविवार शाम 6 बजे से नूह जिले में 24 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को निलंबित करने का आदेश दिया जारी कर दिया था.


पिछले साल छह लोगों की चली गई थी जान 
पिछले साल 31 जुलाई को नूंह में विश्व हिंदू परिषद के जुलूस पर भीड़ के हमले के बाद हुई झड़प में दो होमगार्ड और गुरुग्राम मस्जिद के एक मौलवी सहित छह लोगों की जान चली गई थी. अधिकारियों के अनुसार इस बार यात्रा की पुख्ता सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिले में पुलिस और अर्धसैनिक बल के 2000 से अधिक जवानों को तैनात किया गया है. 


नूंह के एसपी विजय प्रताप सिंह ने रविवार को कहा था कि जुलूस मार्ग पर सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि 'हम ड्रोन के जरिए हर किसी पर कड़ी नजर रखेंगे. इसके साथ-साथ उन्होंने कहा था कि यात्रा जहां से गुजरेगी वहां पर शराब की दुकान भी बंद रहेगी. 


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