Punjab News: पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित द्वारा विधानसभा सत्र पर सवाल उठाए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. मामले को लेकर कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल इसे खुद ही इल्लीगल बता रहे हैं. सत्र लीगल है या इल्लीगल यह तो कोर्ट तय करेगा. राज्यपाल इस मामले में सुप्रीम कोर्ट का कोई ऑर्डर बताए.
‘राज्यपाल को कोशिश सरकार के काम में रोड़ा डालने वाली’
कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि हम सभी उनका सम्मान करते हैं, मगर उनकी यह कोशिश सरकार के काम में रोड़ा डालने वाली है. राष्ट्रपति को राज्यपाल ने इस मामले में शिकायत करने की बात कही है उस पर अमल अरोड़ा ने कहा कि अगर राष्ट्रपति को शिकायत करके उनकी इगो संतुष्ट होती है तो वह ऐसा कर सकते हैं.
संदीप पाठक के बयान पर बोले कैबिनेट मंत्री
SYL के मुद्दे पर AAP राज्यसभा सांसद संदीप पाठक के बयान पर कहा कि उन्होंने इस मामले में क्या गलत बयान दिया. उन्होंने कहा की सरकार का स्टेंड क्लियर है. पंजाब के पास पानी किसी को भी देने के लिए नहीं है, हम किसी को भी एक भी बूंद पानी नहीं देंगे.
विधानसभा सत्र को लेकर क्या बोले थे राज्यपाल?
दरअसल, राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने गुरुवार को गुरुवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखकर विधानसभा की दो-दिवसीय बैठक में पेश किए जाने वाले तीन विधेयकों को अपनी मंजूरी रोक दी. पुरोहित ने कहा कि भगवंत मान सरकार को इस ‘अनिश्चित सत्र’ को जारी रखने के बजाय मानसून या शीतकालीन सत्र बुलाने का ‘सशक्त सुझाव’ दे रहा हूं. राज्यपाल ने कहा कि यदि भगवंत मान सरकार ‘स्पष्ट रूप से अवैध सत्र’ जारी रखती है, तो वह राष्ट्रपति को मामले की रिपोर्ट करने सहित उचित कार्रवाई पर विचार करने के लिए मजबूर होंगे. राज्यपाल ने विधानसभा के प्रस्तावित सत्र को ‘अवैध’ बताया.
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