Punjab News: करोड़ों रुपये के चिटफंड घोटाले के मुख्य आरोपी एवं पर्ल ग्रुप के प्रमुख के साथ कथित तौर पर ठगी करने को लेकर कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रीतम सिंह कोटभाई और पांच अन्य के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है. लुधियाना के पुलिस आयुक्त मणदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि इस सिलसिले में तीन व्यक्तियों--जीवन सिंह, धर्मवीर सिंह और दलीप सिंह त्रिपाठी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कोटभाई समेत तीन अन्य फरार हैं. भूचो मंडी से पूर्व विधायक कोटभाई पर अतीत में कई चिटफंड घोटालों में मामला दर्ज किया गया है.


जेल से रिहा करवाने के बदले मांगे 5 करोड़
पुलिस आयुक्त मणदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि पर्ल ग्रुप के प्रमुख निर्मल सिंह भंगू के भतीजे शिंदर सिंह की शिकायत पर (कोटभाई पर) ठगी का मामला दर्ज किया गया है. शिंदर सिंह ने पुलिस में दी अपनी शिकायत में कहा है कि कुछ महीने पहले तिहाड़ जेल से बठिंडा जेल में भेजे गए भंगू से कोटभाई की जेल में मुलाकात हुई थी. शिकायतकर्ता ने कहा कि कोटभाई ने भंगू से कहा था कि सरकार में उनकी अच्छी-खासी पहुंच है और यदि वह उन्हें पांच करोड़ रुपये देते हैं, तो वह उसे जेल से रिहा करवा सकते हैं.


‘जिन कंपनियों के खातों में पैसे डाले वो निकली फर्जी’
पुलिस के अनुसार भंगू 3.5 करोड़ रुपये अग्रिम के तौर पर तथा 1.5 करोड़ रुपये जेल से निकलने के बाद देने पर राजी हो गया. भंगू ने यह बात सिंह को बताई, जिन्होंने गुरधारी लाल नाम के व्यक्ति से ब्याज पर 3.5 करोड़ रुपये उधार लिये और यह रकम कोटभाई के निर्देशानुसार विभिन्न कंपनियों के खातों में जमा कर दी. पुलिस के मुताबिक, लेकिन बाद में शिकायतकर्ता को पता चला कि जिन कंपनियों के खातों में उसने पैसे डाले हैं, वे सभी फर्जी हैं. उसके बाद कोटभाई और पांच अन्य के विरूद्ध भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. चिटफंड कंपनी पर्ल ग्रुप ने विभिन्न निवेश योजनाएं अवैध रूप से संचालित कर पंजाब समेत देश के विभिन्न हिस्सों में कई लोगों से कथित तौर पर ठगी की थी. 


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