Punjab News: असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगियों की मुश्किलें और बढ़ने वाली है. अमृतपाल सिंह सहित 12 सहयोगियों पर पुलिस की जान खतरे में डालने का केस चलाया जाएगा. पुलिस ने बाबा बकाला साहिब में बिक्रमजीत सिंह की अदालत में इन 12 लोगों के खिलाफ चालान पेश किया है. इन आरोपियों पर धारा 279 (लापरवाही से गाड़ी चलाना), 506 (जान से मारने की धमकी), 336 (जान को खतरे में डालना) और 186 (सरकारी ड्यूटी में बाधा) के तहत केस चलेगा.


29 मई को होगी अगली सुनवाई
पुलिस द्वारा अमृतपाल सहित 12 सहयोगियों के खिलाफ जो चालान पेश किया गया है अब उसपर 29 मई को अगली सुनवाई होनी है. आपको बता दें कि अमृतपाल और उसके सहयोगियों पर 18 मार्च 2023 को केस दर्ज किया था. पुलिस की तरफ से जो चालाना बाबा बकाला साहिब की कोर्ट में पेश किया गया है कि उसमें अमृतपाल सिंह सहित पपलप्रीत और हरजीत सिंह के नाम शामिल है. ये सभी अभी असम की डिब्रूगढ़ जेल एनएसए के तहत बंद है.


18 मार्च को पुलिस को चकमा देकर फरार हुआ था अमृतपाल
आपको बता दें कि 18 मार्च को जब खिलचियां थाने की पुलिस ने खालसा वहीर के दौरान अमृतपाल और उसके साथियों को रोकने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने गाड़ी को भगाते हुए पुलिसकर्मियों पर चढ़ाने का प्रयास किया. इस दौरान कई पुलिसकर्मी बाल-बाल बचे थे. पुलिस द्वारा पेश किए गए चालान में कहा गया है कि दर्शन सिंह, जगमोहन सिंह जग्गी, संधू ड्राइवर व पम्मा बाजखाना के एड्रेस पूरे नहीं हैं, उनकी जांच की जाएगी. इसके अलावा पुलिस ने हरजिंदर सिंह, हरप्रीत सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होने का हवाला दिया है. 


पूछताछ के लिए पहुंची था एनएसए की टीम
बीते 2 दिन पहले ही एनएसए के तहत गठित बोर्ड की टीम अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगियों से बातचीत के लिए डिब्रूगढ जेल पहुंची थी. एनएसए की टीम ने अमृतपाल और उसके साथियों के बयान दर्ज किए है. 


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