चंडीगढ़ नगर निगम सदन की कार्यवाही में आम आदमी पार्टी (आप) के सभी 6 पार्षदों ने एजेंडा के पक्ष में बीजेपी को समर्थन दिया था. इस मामले में आप पार्टी की तरफ से इन पार्षदों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया. इस नोटिस पर आप पार्षदों ने अपना जवाब पार्टी को सौंप दिया है, इनके जवाब पर आप के एक पदाधिकारी ने कहा कि पार्षदों ने अपने जवाब में बताया कि एजेंडा के पक्ष में मतदान गलतफहमी और भ्रम की वजह से हुई है. इसके साथ ही आप पदाधिकारी ने कहा कि पार्टी के यूटी प्रभारी पार्षदों द्वारा प्रस्तुत जवाब पर अंतिम निर्णय लेंगे. 


नगर आप संयोजक प्रेम गर्ग ने पार्षद जसविंदर कौर (वार्ड नंबर 1), सुमन देवी (वार्ड नंबर 4), पूनम (वार्ड नंबर 16), तरुना मेहता (वार्ड नंबर 18), प्रेम लता (वार्ड नंबर 23) और कुलदीप ढलोर (वार्ड नंबर 26) को एजेंडे के खिलाफ वोट करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था. इस नोटिस में साफ लिखा था कि स्पष्ट दिशा-निर्देशों के बावजूद बीजेपी  पार्षदों के साथ सड़कों की सफाई के लिए निविदा आवंटन पर एजेंडा मद के पक्ष में मतदान क्यों किया गया.


Punjab News: पंजाब सरकार को वित्तीय संकट के बीच बड़ा झटका, केंद्र सरकार 30 जून के बाद जीएसटी मुआवजा भी करेगी बंद


गर्ग ने कहा कि एजेंडे के खिलाफ वोट करने के लिए स्पष्ट दिशानिर्देशों के बावजूद, अन्य बीजेपी पार्षदों के साथ छह आप पार्षदों ने एजेंडे के पक्ष में मतदान किया है. अनुशासनहीनता का यह कृत्य स्वीकार्य नहीं है और इसे पार्टी नेतृत्व गंभीरता से लेगा. आप पार्षदों ने लायंस सर्विसेज लिमिटेड को दक्षिणी क्षेत्रों में चयनित सड़कों के मशीनीकृत और मैनुअल स्वीपिंग के लिए एक निविदा के आवंटन पर इसकी जानकारी और अनुमोदन के लिए सदन के समक्ष रखे गए पूरक एजेंडे पर विभाजित किया.