Chandigarh Power Outage: पंजाब और हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में बीते 36 घंटे से बिजली गुल है. बिजली विभाग के कर्मचारियों की ओर से तीन दिन की हड़ताल बुलाई गई है. बिजली विभाग के कर्मचारी डिपार्टमेंट का निजीकरण होने का विरोध कर रहे हैं. हालांकि इस हड़ताल की वजह से आम लोगों की जिंदगी बहुत प्रभावित हुई है और शहर के अधिकतर घरों में बिजली के साथ पानी की सप्लाई भी बंद हो चुकी है. चंडीगढ़ के कई हॉस्पिटल भी बिजली और पानी की सप्लाई नहीं होने से प्रभावित हैं. 


सरकारी हॉस्पिटल ने बिजली नहीं होने की वजह से कई ऑपरेशन को टालने का फैसला किया है. चंडीगढ़ हेल्थ सर्विस के डायरेक्टर सुमन सिंह ने कहा, ''हमारे पास बैकअप प्लान हैं. लेकिन हम हॉस्पिटल का 100 फीसदी लोड नहीं उठा सकते हैं. इसलिए हमने कई ऑपरेशन अभी के लिए टाल दिए हैं.''
 
बिजली नहीं होने की वजह से शैक्षणिक संस्थान भी प्रभावित हुए हैं. बिजली आने तक क्लासेस को बंद करने का फैसला किया गया है. हालांकि देर रात को कुछ इलाकों में बिजली सप्लाई बहाल होने की खबरें भी सामने आई हैं. 


इस वजह से हो रही हड़ताल


कर्मचारी बिजली विभाग को प्राइवेट करने के फैसले का विरोध कर रहे हैं. हड़ताल में शामिल कर्मचारियों का कहना है कि विभाग के प्राइवेट होने की वजह से उनके काम में बदलाव हो जाएगा और इसके बाद बिजली की दरों में बढ़ोतरी भी देखने को मिल सकती है. 


चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से बैकअप प्लान होने का दावा किया जा रहा था. लेकिन मंगलवार को शहर के अधिकतर इलाकों में बिजली गुल रही. पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने इस मामले पर संज्ञान लिया है. कोर्टकी ओर से चीफ इंजिनियर से बैकअप प्लान का ब्यौरा मांगा गया है. 


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