पंजाब पुलिस जगजीत सिंह डल्लेवाल को क्यों ले गयी थी अस्पताल? मंत्री अमन अरोड़ा ने बताई पूरी बात
Chandigarh News: किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने 26 नवंबर को भूख हड़ताल शुरू की थी. आमरण अनशन शुरू करने से पहले पुलिस ने डल्लेवाल को हिरासत में ले लिया था. अब मंत्री का बयान आया है.
Farmers Protest: पंजाब सरकार ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत की चिंता जताई है. आम आदमी पार्टी के पंजाब अध्यक्ष और मंत्री अमन अरोड़ा ने बुधवार को जानकारी दी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत की रिपोर्ट किसान नेताओं से ले रही है. उन्होंने कहा कि जब पुलिस ने जगजीत सिंह को अस्पताल में भर्ती करवाया था तब भी मकसद उनकी सेहत को सही रखना ही था. मगर किसान संगठनों की तरफ से दबाव के चलते उन्हें अस्पताल छोड़ना पड़ा. अब भी सरकार किसान संगठनों से बात कर रही है.
मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि केंद्र सरकार को भी मामले की संवेदनशीलता समझनी चाहिए. बता दें कि अनशनकारी जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत लगातार बिगड़ रही है. न्यूनतम समर्थन मूल्य समेत कई मांगों को लेकर किसान खनौरी सीमा पर डटे हुए हैं. जगजीत सिंह डल्लेवाल ने आमरण अनशन का ऐलान किया था. आज किसान नेता के आमरण अनशन को 16वां दिन हो गया. जगजीत सिंह ने 26 नवंबर को भूख हड़ताल शुरू की थी.
जगजीत सिंह डल्लेवाल की बिगड़ रही सेहत
आमरण अनशन से पहले जगजीत सिंह डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. हिरासत में लेकर लुधियाना के अस्पताल में भर्ती कराया था. पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ किसान संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया दी. किसानों के विरोध को देखते हुए पुलिस ने जगजीत सिंह डल्लेवाल को 28 नवंबर को छोड़ दिया.
कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने जताई चिंता
छूटने के बाद डल्लेवाल एक बार किसान आंदोलन को समर्थन देने खनौरी बॉर्डर पर पहुंच गए. डल्लेवाल ने अस्पताल में खाने से इंकार करते हुए आमरण अनशन जारी रखा है. डल्लेवाल की लगातार बिगड़ रही से किसान नेता और पंजाब सरकार की चिंता बढ़ गयी है. कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने भी कहा कि किसान नेता की सेहत का बिगड़ना चिंता की बात है.
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