(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
बिना इजाजत पैरिस पहुंचे चंडीगढ़ के 3 IAS अफसर, 7 दिन तक टैक्सपेयर्स के पैसों पर काटी मौज, अब एक्शन
Chandigarh News: कभी चंडीगढ़ में तैनात रहे तीन आईएएस अधिकारियों के एक एक्शन को लेकर जांच शुरू की गई है. इन पर गैर-अधिकृत तरीके से सरकारी बजट बढ़ाकर यात्रा करने के आरोप हैं.
Chandigarh IAS Officers Paris Trip: करदाताओं (Tax Payers) के पैसे से पैरिस (Paris) घूम रहे चंडीगढ़ के तीन आईएएस अधिकारी (IAS Officers) चर्चा में बने हुए हैं. उन पर आरोप है कि उन्होंने अपनी यात्रा 6.72 लाख रुपये से ज्यादा खर्च किए थे और यह सब टैक्सपेयर्स का पैसा था. यह जानकारी चंडीगढ़ के डायरेक्टर ऑफ जनरल ऑडिट की रिपोर्ट सामने आई है जिसके बाद मामले की जांच की जा रही है.
यह 2015 का मामला बताया जा रहा है. चंडीगढ़ प्रशासन को पेरिस के 'ले कार्बुजिए फाउंडेशन' ने इन्विटेशन भेजा था. इस दौरे के लिए चार अधिकारियों का चयन किया गया. हालांकि आखिर में तीन अधिकारियों के नाम पर मुह लगी. चंडीगढ़ प्रशासन के तत्कालीन सलाहकार विजय कुमार देव, गृह सचिव अनुराग अग्रवाल और सचिव (पर्सनल) विक्रम देव दत्त इस यात्रा पर निकले. इनमें से दो अधिकारियों को तबादला हो चुका है जबकि एक रिटायर हो गए हैं.
18 लाख के बजट को 25 लाख तक बढ़ाया
इन तीन आईएएस अधिकारियों पर फिजूलखर्ची करने के आरोप हैं. क्योंकि इस यात्रा के लिए प्रशासन ने 18 लाख रुपये तय किया था लेकिन इन अधिकारियों ने बजट को 25 लाख तक पहुंचा दिया. इसके साथ ही एक अधिकारी ने दूसरे अधिकारी की यात्रा पर मुहर लगाई. ऐसे में में तीनों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है.
आर्किटेक्ट की जगह खुद पहुंच गए पैरिस
उन्हें केवल एक ही दिन यात्रा की मंजूरी दी गई थी लेकिन बिना प्रशासन से इजाजत लिए इन्होंने सात दिन तक पेरिस में वक्त बिताया. यह भी जानकारी सामने आई है कि यह न्योता चंडीगढ़ के चीफ आर्किटेक्ट के लिए था क्योंकि ले कार्बुजिए ने ही चंडीगढ़ शहर का मास्टर प्लान तैयार किया है लेकिन पैरिस की यात्रा तीन आईएएस रैंक के अधिकारियों ने की. यह सारा खर्च न्योता देने वाली कंपनी ने नहीं बल्कि चंडीगढ़ प्रशासन को उठाना पड़ा.
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