Chandigarh: गुरुवार को चंडीगढ़ मेयर का चुनाव होना था. लेकिन, नगर निगम के बाहर भारी हंगामे की वजह से चुनाव टल गया है. सुबह 11 बजे से मतदान होना था, उससे पहले जोरदार हंगामा हो गया. असको लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों का कहना है कि अंतिम समय में पीठासीन अधिकारी की तबीयत खराब होने का बहाना बनाया गया है. इस बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रही है.


कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षदों का कहना है कि बीजेपी चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हार से डर गई है. इस वजह से वो चुनाव नहीं करवाना चाहती है. कांग्रेस नेता पवन बंसल ने कहा है कि मुझे जानकारी मिली कि बीजेपी ने मेयर चुनाव टालने की मंशा से पीठासीन अधिकारी को अस्पताल में भर्ती कराया है. एकदम से नए की नियुक्ति की नहीं जा सकती. कुछ दिनों से वे कह रह थे कि बीजेपी वाले जीतेंगे, इससे साफ जाहिर होता है कि ये उनके मन में पहले से ही था कि वो ऐसा काम करेंगे कि इलेक्शन नहीं हो पाएंगे.


हम हाईकोर्ट जाएंगे- पवन बंसल


पवन बंसल ने आगे कहा, "ये बिल्कुल गैर लोकतांत्रिक है. हमेशा हम यही बात करते हैं कि जहां उन्हें लगता है, उनके नंबर कम है, यहां हमारे पार्षदों की संख्या 20 है और बीजेपी के पार्षदों की संख्या 15 है. ऐसे में पीठासीन अधिकारी को बीमार कर दिया. बीजेपी ने अपनी हार देखते हुए ये हथकंडा अपनाया है. हम इसके खिलाफ हाईकोर्ट जाएंगे."


आप सांसद राघव चड्ढा का भी आया बयान


चंडीगढ़ मेयर चुनाव टलने को पर आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा की बीजेपी इंडिया गठबंधन से घबरा गई है. क्योंकि बीजेपी को अपनी हार साफ दिखाई दे रही थी. बीजेपी की हालत उस बच्चे जैसी है जो गली क्रिकेट में आउट होने पर अपना बल्ला लेकर चला जाता है कि अब मैच नहीं होगा. अब आम आदमी पार्टी और कांग्रेस मिलकर हाईकोर्ट में याचिका दायर कर रही है आज ही चुनाव हो. 


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