Chandigarh: चंडीगढ़ में गुरुवार को नगर निगम के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए मतदान होना था. लेकिन, पीठासीन अधिकारी के बीमार होने की वजह से फिलहाल चुनाव टाल दिया गया. Fसको लेकर अब कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने निगम कार्यालय के बाहर धरना दे दिया है. इसी बीच आप से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि हम आज भी इलेक्शन प्रशासन से यहीं विनती करेंगे कि अगर एक पीठासीन अधिकारी बीमार हुए है तो दूसरा पीठासीन अधिकारी नियुक्त कर दें. अपनी मर्जी से किसे भी नियुक्त कर दें.
राघव चड्ढा ने आगे कहा, "बीजेपी पहले सेक्रेटरी इलेक्शन को बीमार करती है, फिर पीठासीन अधिकारी को बीमार करती है और उसके बाद इलेक्शन रद्द करती है. इससे साफ दिखता है बीजेपी, इंडिया गठबंधन के हाथों हार को देखते हुए डर गई है, बौखला गई है. बीजेपी उस बच्चे जैसा बर्ताव कर रही है, जो बच्चा गली क्रिकेट में आउट होने पर अपना बल्ला लेकर चला जाता है कि अब मैच नहीं होगा." राज्यसभा सांसद ने कहा कि बीजेपी हार के डर से बौखलाई हुई है, अभी तो सिर्फ चंडीगढ़ नगर निगम का मेयर का छोटा सा चुनाव है आप अंदाजा लगा सकते हैं 2024 के चुनाव में जब I.N.D.I.A गठबंधन मिलकर चुनाव लड़ेगा तो बीजेपी की क्या स्थिति होगी.
कांग्रेस नेता पवन बंसल की भी आई प्रतिक्रिया
चंडीगढ़ मेयर चुनाव स्थगित होने को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन बंसल की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि पीठासीन अधिकारी के बीमार होने की बोलकर चुनाव स्थगित करना पूरी तरह से गैर लोकतांत्रिक है. यहां कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षदों की संख्या 20 हो गई थी और बीजेपी के पार्षदों की संख्या 15 है. इसलिए अपनी हार को देखते हुए बीजेपी की तरफ से यह हथकंडा अपनाया गया है.
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