Chandigarh Mayor Election: चंडीगढ़ मेयर चुनाव मामले में SC के फैसले पर कांगेस नेताओं ने BJP को घेरा, जानें- किसने, क्या कहा?
Chandigarh Mayor Chunav: चंडीगढ़ मेयर चुनाव विवाद मामले में एससी के फैसले के बाद बीजेपी विपक्षी पार्टियों के निशाने पर है. हरियाणा कांग्रेस के नेताओं ने भी बीजेपी की केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
Chandigarh: चंडीगढ़ मेयर चुनाव विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट ने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार कुलदीप कुमार के पक्ष में फैसला सुनाते हुए उन्हें विजेता घोषित किया है. इसको लेकर बीजेपी तमाम राजनीतिक पार्टियों के निशाने पर आ गई है. इसी कड़ी में हरियाणा कांग्रेस की टीम ‘SRK‘ यानि कुमारी शैलजा, रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी ने बीजेपी को घेरा है. किरण चौधरी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि झूठ कितना भी बलवान हो जीत हमेशा सच की होती है.
किरण चौधरी ने लिखा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए बीजेपी की साजिश को नाकाम कर दिया. रिटर्निंग ऑफिसर की ओर से निरस्त किए गए 8 वोटों को कांग्रेस और आप के पक्ष में गिने जाने का आदेश दिया, जिससे अब मेयर इंडिया गठबंधन का हुआ. ये लोकतंत्र की जीत है. तानाशाही ताकतों को मुंहतोड़ जवाब है. चंडीगढ़ के मेयर चुने जाने पर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार को बधाई.
‘लोकतंत्र को कुचलने का प्रयास नाकाम’
वहीं कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में बीजेपी द्वारा लोकतंत्र को कुचलने का प्रयास नाकाम हुआ. सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए 8 निरस्त वोटों को कांग्रेस और आप के पक्ष में गिने जाने का आदेश दिया. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के साथ अब चंडीगढ़ का मेयर इंडिया गठबंधन का होगा. बीजेपी की साजिशें अब नाकाम होंगी, देश की जनता जाग चुकी है.
‘सत्य न विचलित हो कभी, सत्य न सकता हार’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "पीएम मोदी और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, चंडीगढ मेयर चुनाव में सुप्रीम कोर्ट ने सच की जीत पर मुहर लगाकर लोकतंत्र और संविधान के प्रति विश्वास का नया संचार किया है. सच की राह भले ही कांटों भरी हो लेकिन सत्य का मार्ग हमेशा इतिहास रच देता है. सत्य न विचलित हो कभी, सत्य न सकता हार, मिटे पाप का मूल भी, करे सत्य जब वार, बस एक और बात बता दीजिए. चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर चुनाव में कैमरे पर सरेआम लोकतंत्र की हत्या करने वाले चुनाव अधिकारी, अनिल मसीह का असली मसीहा कौन था?"