Power supply restored in Chandigarh: बिजली गुल होने की वजह से परेशान चंडीगढ़ (Chandigarh) के लोगों को 36 घंटे के बाद बड़ी राहत मिल गई है, बिजली विभाग (Electricity Department) के कर्मचारियों की हड़ताल खत्म होने के बाद आज शाम बिजली बहाल कर दी गई. हड़ताल के कारण सोमवार शाम से हजारों घरों में बिजली और पानी की आपूर्ति नहीं हो रही थी, जबकि शहर के कई हिस्सों में ट्रैफिक लाइट ने भी काम करना बंद कर दिया था. वहीं सरकारी अस्पतालों में ऑपरेशन से लेकर, ऑनलाइन क्लास तक बिजली आपूर्ति ना होने से प्रभावित रही हैं.
 
हाईकोर्ट की फटकार के बाद, हड़ताल रद्द
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की फटकार के बाद चंडीगढ़ बिजली विभाग के कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल को रद्द कर दिया. चंडीगढ़ प्रशासन ने कोर्ट में हड़ताली कर्मचारियों पर तोड़-फोड़ करने का आरोप लगाया है. चंडीगढ़ बिजली विभाग के कर्मचारी बिजली के निजीकरण का विरोध कर रहे थे. कर्मचारियों को डर है, इससे उनके काम की शर्तें बदल जाएंगी और बिजली की दरों में भी इजाफा हो सकता है.


मंगलवार शाम को चंडीगढ़ प्रशासन ने आवश्यक सेवा अनुरक्षण अधिनियम (Essential Services Maintenance Act-ESMA) लागू करते, हुए बिजली विभाग की हड़ताल पर छह माह के लिए रोक लगा दी थी. चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों ने दावा किया है कि, इससे उन्होंने बिजली की आपूर्ति बनाये रखने की व्यवस्था की है. वहीं शहर के कई इलाकों के निवासियों और व्यापारियों ने बिजली गुल होने की शिकायत की है. इस पॉवर कट ने शहर में प्रोडक्शन और मैन्युफैक्चरिंग को बुरी तरह से प्रभावित हुआ है.


 


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पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए, बुधवार को केंद्र शासित प्रदेश के चीफ इंजीनियर को तलब किया. हाई कोर्ट ने इस मामले में कहा, "यह बात हमारे संज्ञान में लाई गई है, शहर के बड़े हिस्से में बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई है. हम इस मामले को न्यायिक पक्ष में उठाने के लिए विवश हैं." चंडीगढ़ प्रशासन के वकील अनिल मेहता कोर्ट के सामने कहा कि "हड़ताल कर्मचारियों के जरिये तोड़फोड़ के कृत्यों के कारण बिजली सप्लाई रुकी हुई है.


कोर्ट ने बिजली आपूर्ति ना होने से, हो सकती है अपूरणीय क्षति
यह अदालत इस बात से बेखबर नहीं हो सकती है कि, बिजली आपूर्ति में रुकावट न केवल आम लोगों को प्रभावित कर रहा है साथ ही अस्पतालों को प्रभावित कर रहा है, जहां मरीजों को वेंटिलेटर और दूसरे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा जाता है. इसके आलावा ऑनलाइन क्लास और एग्जाम जो छात्र ले रहे हैं. बिजली आपूर्ति में रूकावट आने से, अपूरणीय क्षति हो सकती है.


मीडिया में छपी एक खबर के मुताबिक, चंडीगढ़ के प्रशासनिक सलाहकार ने बताया कि बिजली को बहाल करने के लिए चंडीमंदिर सैन्य इंजीनियरिंग सेवा की मदद लेने का फैसला किया है. जबकि प्रशासन ने पंजाब और हरियाणा के अलावा बिजली आपूर्ति तेज गति से बहाल हिमाचल प्रदेश से भी मदद मांगी है.


 


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