Chandigarh News: चंडीगढ़ (Chandigarh) पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGI) में आज यानि गुरुवार को भी आयुष्मान योजना (Ayushman Card Scheme) के तहत इलाज शुरू नहीं हुआ है. इसकी वजह से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उनका कहना है कि, योजना के तहत इलाज नहीं मिलने की वजह से गरीब लोग प्राईवेट असपतालों में इलाज कराने को मजबूर है.


दवाईयों पर खर्च होते हैं हजारों रुपए - मरीज


अस्पताल में भर्ती एक मरीज लखवीर कौर ने बताया कि, उनकी बीमारी के इलाज के लिए 3 हजार की दवाईयां महीने की आती है. जिसे हमें बड़ी मुश्किल हो रही है. उन्होंने बताया कि वो, बहुत गरीब है और परिवार का गुजारा करना भी मुशिकल हो जाता है. ऐसे में महंगे इलाज और दवाईयों के लिए वो पैसे कहां से लाएंगे.  


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इलाज के लिए दर-दर भटक रहे आप के वर्कर


वहीं एक और मरीज के रिश्तेदार ने कहा कि, वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने कुछ नहीं किया है. अगर कुछ किया होता तो इलाज शुरू हो जाना था. सरकार ने लोगों के गुस्से को ठंडा करने के लिए जल्द से जल्द बयान जारी कर दिया है. हम आप के वर्कर है फिर भी हम दर-दर भटक रहे हैं. हमारी सरकार होने के बावजूद हम इलाज के लिए धक्के खा रहे है.


बच्चे के ऑपरेशन के लिए जुटाए पैसे


इसके अलावा एक मरीज ने बताया कि, मैं पटियाला से आया हूं और यहां आकर पता चला कि कार्ड नहीं चल रहा. हमारा तीन साल का बच्चा है जिसके दिल में छेद था और आपरेशन होना था. वहीं कार्ड नहीं चलने पर पीजीआई ने मौके पर पैसे मांग लिए. जिसके बाद मैंने मुश्किलों से 45 हजार इक्कठे किए और डाकटरों को दिए. तब जाकर बच्चे का इलाज शुरू हुआ.


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