हरियाणा की सियासत में नया समीकरण बनकर तैयार हो गया है. भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद और दुष्यंत चौटाला की जेजेपी के बीच गठबंधन फाइनल हो गया है. मंलगवार (27 अगस्त) को दिल्ली में इसकी घोषणा की जाएगी. हरियाणा में चंदशेखर आजाद 20 से 25 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं.
दुष्यंत चौटाला ने एक्स पर लिखा, "किसान-कमेरों की लड़ाई, हम लड़ते रहेंगे बिना आराम, ताऊ देवीलाल की नीतियाँ, विचारधारा में मान्यवर कांशीराम." दुष्यंत चौटाला के पोस्ट के मुताबिक, दिल्ली के कॉन्सिट्यूशल क्लब ऑफ इंडिया में 27 अगस्त दोपहर बजे चंद्रशेखर आजाद के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
कई दौर की हो चुकी है बातचीत
सूत्रों की मानें तो जेजेपी चीफ अजय चौटाला और दुष्यंत चौटाला के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है. दोनों धड़े आम आदमी पार्टी को भी गठबंधन में शामिल करने वकालत कर रहे हैं.
पिछले कई महीने से आजाद समाज पार्टी की टीम हरियाणा में एक्टिव है. चंद्रशेखर आजाद की कवायद है कि हरियाणा में दलितों और पिछड़ों को एक मंच पर लाया जाए.अंबाला और पंचकुला वाली बेल्ट पर चंद्रशेखर की पार्टी की बड़ी तैयारी है.
20-25 सीटों पर लड़ सकती है आजाद समाज पार्टी
हरियाणा में आजाद समाज पार्टी और जननायक जनता पार्टी के बीच गठबंधन में चंद्रशेखर आजाद को 20 से 25 सीट मिल सकती हैं. सूत्रों के मुताबिक सीटों के नाम भी लगभग फाइनल हो गए हैं, केवल और केवल मुहर लगनी बाकी है.
सूत्रों से ये भी जानकारी मिली है कि पलवल से लेकर यमुनानगर, अंबाला, पंचकुला वाली बेल्ट पर चंद्रशेखर आजाद कमाल करने की तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए आजाद समाज पार्टी की कई टीमों ने लंबे अरसे से हरियाणा में डेरा डाल रखा है और पूरा खाका तैयार करके चंद्रशेखर आजाद को सौंप दिया है. इसी रिपोर्ट के बाद चुनाव लड़ने और गठबंधन करने का फैसला लिया गया.
सियासी गलियारों में चल रही चर्चाओं पर गौर करें तो हरियाणा में चंद्रशेखर आजाद और अजय चौटाला आम आदमी पार्टी को भी गठबंधन में शामिल करने की कवायद में हैं. इससे गठबंधन और मजबूत होगा. हालांकि आप गठबंधन में शामिल होगी या नहीं इस पर तस्वीर साफ नहीं है.
2019 के विधानसभा चुनाव में जननायक जनता पार्टी ने 10 सीट जीती थी लेकिन विधान सभा चुनाव 2024 आते आते उसके कई विधायकों ने साथ छोड़ दिया और लोकसभा चुनाव में पार्टी का खाता तक नहीं खुला. ऐसे में जननायक जनता पार्टी ने नए विकल्प तलाशने शुरू कर दिए और उनमें से एक विकल्प आजाद समाज पार्टी से गठबंधन भी है.
बीजेपी और कांग्रेस को चुनौती देने की तैयारी में चंद्रशेखर
हरियाणा विधानसभा चुनाव में चंद्रशेखर आजाद बीजेपी और कांग्रेस को कड़ी चुनौती देना चाहते हैं. इसी के साथ ही संगठन का विस्तार भी होगा. हरियाणा में दलितों और पिछड़ों को एक मंच पर लाने की बड़ी रणनीति पर भी सांसद चंद्रशेखर आजाद काम कर रहें हैं. नगीना से अपने दम पर सांसद बनने के बाद जहां चंद्रशेखर आजाद ने यूपी विधानसभा उपचुनाव में 10 सीटों पर रण में उतरने की तैयारी की है वहीं हरियाणा के अखाड़े में भी दो दो हाथ करने को तैयार हैं. गठबंधन को लेकर चल रही चर्चाओं पर जब हमने संसद चंद्रशेखर आजाद से बात करने की कोशिश की तो उनका फोन नहीं उठा.
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