Chandigarh News: राजधानी चंडीगढ़ में मोहाली-चंडीगढ़ बॉर्डर पर बंदी सिखों की रिहाई को लेकर बुधवार को जोरदार प्रदर्शन किया गया. देखते ही देखते इस प्रदर्शन ने उग्र रूप धारण कर लिया. चंडीगढ़ पुलिस और प्रदर्शनकारियों की दौरान तगड़ी झड़प देखने को मिला. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की. चंडीगढ़ की सड़कों पर हिंसा जैसे हालत पैदा हो गए. मामले को लेकर अब चंडीगढ़ पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया. पुलिस पर हमला करने वाले 150 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
‘प्रदर्शनकारियों की सोची समझी साजिश’
बीती 7 जनवरी से 12 सिख संगठनों के प्रदर्शनकारी कौमी इंसाफ मोर्चा के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन बुधवार को अचानक ये प्रदर्शनकारी चंडीगढ़ में घुसकर मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन करने की जिद करने लगे. इस दौरान भारी संख्या में पुलिस के जवान भी वहां पहुंच गए, प्रदर्शनकारी पर वाटर कैनन का प्रयोग किया गया तो वो गुस्सा गए और पुलिस पर हमला बोल दिया. इस लोगों के खिलाफ अब मामला दर्ज किया गया है जिसमें बताया गया है कि पुलिसकर्मियों ने इन प्रदर्शनकारियों से भागकर अपनी जान बचाई है. इस दौरान कई पुलिसकर्मियों को गंभीर चोट भी आई है. पुलिस का कहना है कि अगर वो भागकर अपनी जान नहीं बचाते तो प्रदर्शनकारी उनकी जान भी ले सकते थे. एफआईआर में कहा गया है कि प्रदर्शनकारियों ने उनकी गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया है. साथ ही वो पुलिस की गाड़ियों में रखे उनके सामान को भी लूटकर ले गए. पुलिस का आरोप है कि प्रदर्शनकारियों द्वारा किया गया हमला एक सोची समझी साजिश के तहत हुआ है. इसलिए प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की जाएगी.
जेल में बंद सिख कैदियों की रिहाई की मांग
वही आपको बतां दे कि 12 सिख संगठनों के प्रदर्शनकारी कौमी इंसाफ मोर्चा के बैनर तले करीब एक महीने से प्रदर्शन कर रहे थे. इनकी मांग है कई सालों से जेलों मे बंद सिख कैदियों की रिहाई की जाए. इसके अलावा बेअदबी मामलों में इंसाफ मिले और आरोपियों को जल्द सजा मिले. वही ये प्रदर्शनकारी बेअदबी की घटनाओं को लेकर सख्त कानून बनाने की भी मांग कर रहे है.
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