Punjab News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को पंजाब के लुधियाना में स्कूल ऑफ एमिनेंस के उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने छात्रों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा, “मुझे याद है जब हमने दिल्ली में सरकार बनाई थी, तब स्कूलों की स्थिति बहुत खराब थी. जब हमारी मुलाकात उन्हीं सरकारी स्कूलों में से एक के छात्र से हुई तो उसने कहा कि देश का भविष्य हम नहीं बल्कि निजी स्कूलों के छात्र हैं.’’


सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि तीन-चार साल बाद जब में उसी स्कूल को पूरी तरह से बदल कर दोबारा देखने गए तो उसी छात्र ने कहा, “सरकारी स्कूलों के छात्र भी भविष्य हैं.’’ कहने का मतलब यह है कि जब आप बेहतर काम करेंगे तो माहौल भी बदलता है. छात्रों के सपने भी बदलते हैं. इसी के साथ उनकी सोच भी बदलने लगती है. 


 






छात्रों ने सपने देखना शुरू कर दिया


सरकारी स्कूलों के छात्रों ने भी अब आत्मविश्वास जगाना और सपने देखना शुरू कर दिया है. उनके सपने निश्चित रूप से सच होंगे, क्योंकि अब उन्हें भी वही अवसर मिल रहे हैं, जो पहले केवल अमीर परिवारों के बच्चों को अभी तक मिलते थे.


पंजाब के छात्रों का भी सपना होगा पूरा


दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कहा कि पहले सिफारिश आती थी कि हमारे बच्चों को प्राइवेट स्कूल में दाखिला दिलाया जाए, लेकिन अब स्कूल ऑफ एमिनेंस बनने से बच्चे कहने लगे हैं, हम सरकारी स्कूल में ही पढ़ेंगे. यह कोई छोटी बात नहीं है. अब पंजाब के गरीब माता-पिता के बच्चों का हर सपना पूरा होगा. आम आदमी पार्टी की सरकार बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा उपलब्ध करवा रही है. 10 दिन में मुझे पंजाब आना पड़ता है और 2-2 मुख्यमंत्री स्कूलों के सुधार में लगे हुए हैं.