Punjab News: चंडीगढ़ में हिमाचल की हिस्सेदारी का मामला गरमाता जा रहा है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा से चंडीगढ़ पर हिमाचल प्रदेश सरकार के ‘दावे’ को लेकर अपनी पार्टी का रुख स्पष्ट करने को कहा. सीएम मान की यह प्रतिक्रिया मीडिया में प्रकाशित उन खबरों के मद्देनजर आई है, जिनमें कहा गया है कि हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार केंद्र-शासित प्रदेश चंडीगढ़ में हिस्सेदारी पाने की इच्छुक है. सीएम मान ने एक बयान में कहा कि इस मुद्दे पर बाजवा की ‘गहरी चुप्पी’ आश्चर्यजनक है.
‘अपना रुख स्पष्ट करें बाजवा’
उन्होंने कहा, “बाजवा को हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा किए गए झूठे दावे पर अपनी पार्टी का रुख स्पष्ट करना चाहिए. मान ने बाजवा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह शर्मनाक है कि कुछ नेता दूसरे राज्यों में राजनीतिक फायदे के लिए अपने प्रदेश के हितों को लेकर अपना रुख बदल लेते हैं. उन्होंने कहा, “चंडीगढ़ हमेशा से पंजाब का अभिन्न हिस्सा था, है और रहेगा. राज्य सरकार, पंजाब और उसके लोगों के हितों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है.
हिमाचल सीएम ने गठित की है कमेटी
आपको बता दें कि हिमाचल की मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चंडीगढ़ में हिमाचल की हिस्सेदारी को लेकर पहल की है. उन्होंने एक कैबिनेट सब कमेटी गठित की है. जिसमें उन्होंने कृषि मंत्री चंद्रकुमार इस कमेटी का नेतृत्व करने का जिम्मा सौंपा है. इसके अलावा उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, बागवानी मंत्री जगत सिंह को इसका सदस्य बनाया गया है. इसके अलावा ऊर्जा सचिव को इस कमेटी का सदस्य सचिव नियुक्त बनाया गया है.
कृषि मंत्री चंद्र कुमार की अगुवाई में गठित कैबिनेट सब-कमेटी चंडीगढ़ में हिमाचल की हिस्सेदारी को लेकर कदम उठाएगी और इस पर सरकार को अपनी रिपोर्ट देगी. आपको बता दें कि पंजाब पुनर्गठन के बाद हिमाचल प्रदेश एक अलग राज्य बना था. एक एक्ट के अनुसार चंडीगढ़ में हिमाचल को 7.19 फ़ीसदी हिस्सेदारी मिलनी है. सीएम सुक्खू केंद्र के सामने लगातार अपना हिस्सा लेने के मांग उठा रहे है.