Arvind Kejriwal Arrest: आम आदमी पार्टी (आप) के नेता एवं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को कहा कि अगर दिल्ली के उनके समकक्ष अरविंद केजरीवाल को जेल भेजा जाता है, तो वे सरकार चलाने के वास्ते वहां उनका कार्यालय स्थापित करने के लिए अदालत से अनुमति मांगेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि आप में केजरीवाल की जगह कोई नहीं ले सकता.
यह पूछे जाने पर कि यदि केजरीवाल को न्यायिक हिरासत में भेजा जाता है तो वह अपनी सरकार कैसे चलाएंगे, इसपर मान ने ‘पीटीआई-वीडियोज’ से कहा, ‘‘ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि सरकार जेल से नहीं चलाई जा सकती.’’ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दिल्ली आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार किए गए केजरीवाल को अदालत ने 28 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेज दिया था. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की है.
'केजरीवाल की जगह कोई नहीं ले सकता'
मान ने कहा, 'कानून कहता है कि वह दोषी पाए जाने तक जेल से काम कर सकते हैं. हम जेल में कार्यालय स्थापित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट से अनुमति मांगेंगे और सरकार काम करेगी.' उन्होंने कहा कि आप में केजरीवाल की जगह कोई नहीं ले सकता, क्योंकि उन्होंने भ्रष्टाचार रोधी आंदोलन से पार्टी बनाई है और वह इसके वरिष्ठ संस्थापक सदस्य हैं.
'यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण क्षण है'
हालांकि, 28 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेजे जाने के बाद बीजेपी ने केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की है. बीजेपी ने गिरफ्तारी के बावजूद दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में काम जारी रखने के अरविंद केजरीवाल के फैसले की आलोचना करते हुए कहा, यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण क्षण है. देश का राजनीतिक सफर और सबसे घटिया राजनीति है.
'रिमांड आदेश दोनों अवैध हैं'
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अपनी हालिया गिरफ्तारी और शुक्रवार को ट्रायल कोर्ट द्वारा जारी रिमांड आदेश को चुनौती देने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया है. उनका तर्क है कि उनकी गिरफ्तारी और उसके बाद के रिमांड आदेश दोनों अवैध हैं, और वह हिरासत से तत्काल रिहाई के हकदार हैं. कार्यवाहक चीफ जस्टिस से रविवार, 24 मार्च तक तत्काल सुनवाई की मांग की गई है.