Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि मोदी एंड कंपनी देश के लोकतंत्र के लिए खतरा खड़ा कर रही है. अगर देश को पीएम, गृह मंत्री और 28 राज्यपालों के द्वारा ही चलाना है तो देश में चुनाव करवाकर पैसा बर्बाद करने की क्या जरूरत है. लोकतंत्र में इस खतरनाक प्रवृति को तुरन्त रोकने की जरूरत है. सीएम मान ने नरेन्द्र मोदी सरकार पर विपक्ष की आवाज ‘‘दबाने’’ तथा देश में नफरत की राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया.
‘पीएम लोगों की बात सुनने को तैयार नहीं’
मुख्यमंत्री भगवंत मान संसद परिसर में ‘आप’ के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के निलंबन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे विपक्षी सांसदों के साथ शामिल हुए. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सत्तारूढ़ गठबंधन सांसदों को जनता से जुड़े मुद्दों को उठाने नहीं देता. मान ने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों की आवाज दबाने का यह ‘‘निरंकुश’’ तरीका और वह भी इस ‘‘लोकतंत्र के मंदिर’’ में, पूरी तरह अवांछित है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री अपने ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम में बात करना पसंद करते हैं लेकिन वह देश के लोगों की बात सुनने के लिए कभी तैयार नहीं रहते. उन्होंने कहा कि देश के बुद्धिमान और लोकतंत्र पसंद लोग इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे और वे बीजेपी तथा उसके सहयोगियों को करार सबक सिखाएंगे.
मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
सीएम भगवंत मान ने कहा कि मणिपुर में कानून व्यवस्था खराब होने के चलते जल्द से जल्द राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए. वहां कानून व्यवस्था पूरी तरह से खराब हो चुकी है. वहां के राज्यपाल प्रदेश में हो रही जघन्य घटनाओं के बावजूद सिर्फ मूक दर्शक बनकर देख रहे हैं. सीएम मान ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मणिपुर की घटना पर संज्ञान लेने और वहां राष्ट्रपति शासन लगाने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है एक तरफ मणिपुर जल रहा है दूसरी तरफ पीएम मोदी दूसरे देशों की यात्राओं का आनंद ले रहे है.
यह भी पढ़ें: Punjab News: कारगिल विजय दिवस के मौके पर पंजाब CM भगवंत मान ने की कई घोषणानाएं, पढ़ें पूरी डीटेल