Operation Bluestar Anniversary: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ऑपरेशन ब्लूस्टार की बरसी से पहले रविवार को स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका और अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के साथ बंद कमरे में बैठक की है. मंदिर के दर्शन करने के बाद मान सीधे जत्थेदार के आवास पर गए. मान के दौरे को देखते हुए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे.
हालांकि, मुख्यमंत्री ने जत्थेदार के आवास से बाहर आने के बाद मीडिया को मुलाकात के दौरान हुई बातचीत के बारे में कुछ नहीं बताया. सूत्रों के मुताबिक, दोनों ने बंद कमरे में करीब एक घंटे तक बैठक की है. एक आधिकारिक ने कहा है कि मान ने स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका और राज्य में शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की है.
आधिकारिक के बयान के मुताबिक मान ने कहा, मैंने श्री गुरु ग्रंथ साहिब के सम्मान में अपना शीश झुकाया और प्रार्थना की कि सरकार के हर काम से पंजाब देश में अग्रणी राज्य बने. अधिकारी ने आगे कहा कि जत्थेदार के साथ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने सामाजिक और धार्मिक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्ण मंदिर और अकाल तख्त लंबे समय से सांसारिक और आध्यात्मिक दोनों शक्तियों का स्रोत बने हुए हैं. मान ने कहा कि केवल सिख ही नहीं, बल्कि हर पंजाबी महान गुरुओं की भूमि से शक्ति प्राप्त करता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के लोगों ने उनकी सरकार को भारी जनादेश दिया है. इसलिए उन्होंने लोगों की सभी आकांक्षाओं को पूरा करने के उद्देश्य से ईश्वर का आशीर्वाद लेने के लिए इस दिव्य स्थान के दर्शन किये. भगवंत मान ने कहा कि स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने के बाद तरोताजा महसूस कर रहे है.
इस बीच, शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, क्योंकि आज संख्या में सिख श्रद्धालुओं के अकाल तख्त पर पहुंचने की उम्मीद है. सेना ने जून 1984 में स्वर्ण मंदिर परिसर से आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए ऑपरेशन ब्लूस्टार चलाया था. मान ने शनिवार को ऑपरेशन ब्लूस्टार की बरसी से पहले कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की थी और कहा था कि राज्य में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है.