Jan Samvad Programme: सीएम मनोहर लाल के कार्यक्रम में मचा हड़कंप, महिला सरपंच ने सिर से दुपट्टा उतारकर खट्टर के पैरों में फेंका
Sirsa: मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के जनसंवाद कार्यक्रम में उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब एक महिला सरपंच ने स्टेज पर अपना दुपट्टा उतार दिया और सीएम खट्टर के पैरों में फेंक दिया.
Haryana News: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर लोगों की समस्याओं को जानने के लिए जनसंवाद कार्यक्रम चलाते है. जिसमें वो जनता से सीधे रूबरू होते हैं. लेकिन 15 मई को हुए जनसंवाद कार्यक्रम में पुलिस और अफसरों में हड़कंप मच गया. दरअसल, बणी गांव की महिला सरपंच ने अपने गले से दुपट्टा उतारकर सीएम के पैरों में फेंक दिया. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. आनन-फानन में महिला सरपंच को स्टेज से नीचे उतारा गया.
सीएम के पैरों पर महिला सरपंच ने फेंका दुपट्टा
दरअसल, सीएम मनोहर लाल खट्टर सोमवार को लोगों से जनसंवाद कर रहे थे. इस दौरान बणी गांव की महिला सरपंच नैना झोरड़ भी जनसंवाद कार्यक्रम में पहुंची. सरपंच नैना झोरड़ ने स्टेज पर सीएम खट्टर के सामने बोलते हुए कहा कि उनके गांव के प्राइमरी हेल्थ सेंटर में स्टाफ नहीं है, ना ही 25 किलोमीटर तक कोई कॉलेज है. जबकि बीजेपी का नारा है बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ. लेकिन हमारे साथ अन्याय हो रहा है. इसपर सीएम खट्टर ने महिला सरपंच को कहा कि आप लिखकर दे दिजिए, लेकिन सरपंच इस बात पर नहीं मानी और कहा कि उन्होंने लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव जीता है. वहीं उनके पति पर भी जानलेवा हमला हुआ था. जिसके आरोपियों को अभी तक पकड़ा नहीं गया है. इतना कहते हुए अचानक महिला सरपंच ने अपने सिर से दुपट्टा उतार कर सीएम खट्टर के पैरों पर फेंक दिया. महिला सरपंच को वहां मौजूद अधिकारियों ने तुरन्त नीचे उतारा.
इसके बाद सीएम खट्टर ने कहा कि मान सम्मान सबके अपने हाथ में है. हमने आपको मान सम्मान देकर ऊपर इस बात के लिए नहीं बैठाया. इसके साथ ही सीएम ने भारत माता की जय कहकर कार्यक्रम समाप्त कर दिया.
महिला सरपंच पर हमले की होगी जांच
इस पूरे मामले के बाद अब महिला सरपंच के ऊपर हुए हमले की जांच के आदेश दिए गए है. इसकी जांच सिरसा एसपी उदय सिंह मीना ने ASP दीप्ति गर्ग को सौंपी है. बताया जा रहा है कि सरपंच पति पर हमले का मामला रानियां थाना में दर्ज है. पहले इसकी जांच डबवाली के डीएसपी कर रहे थे. अब इसकी जांच ASP दीप्ति गर्ग को सौंपी गई है. इसके बाद दोनों पक्षों को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया है.
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