Haryana Politics: हरियाणा में बाढ़ को लेकर सीएम खट्टर का एक्शन, ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर चीफ इंजीनियर सस्पेंड
यमुना में बाढ़ नियंत्रण में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक्शन लिया है. केजरीवाल ने दिल्ली में बाढ़ के लिए हरियाणा को जिम्मेदार ठहराया था.
Haryana News: हरियाणा में बाढ़ को लेकर अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर एक्शन मोड में नजर आ रहे है. यमुना में बाढ़ नियंत्रण में लापरवाही को लेकर मुख्यमंत्री ने एक्शन लिया है. दिल्ली में आईटीओ यमुना बैराज में बाढ़ के दौरान चार गेट ना खोले जाने को लेकर सीएम खट्टर ने चीफ इंजीनियर संदीप तनेजा को सस्पेंड कर दिया है. वहीं एसई तरूण अग्रवाल और एक्सईएन मनोज कुमार को चार्जशीट करने के आदेश दिए है. इसके अलावा यमुना बैरोज पर तैनात एसडीओ मुकेश वर्मा को चार्जशीट किया है.
जांच के बाद लिया एक्शन
दिल्ली में बाढ़ के लिए हरियाणा सरकार को जिम्मेदार ठहराया जा रहा था. दिल्ली में आईटीओ के पास बैराज में 32 में से 4 गेट नहीं खोले गए थे. सरकार पर लापरवाही के आरोप लगने के बाद सीएम खट्टर ने जांच के लिए एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई थी. सिंचाई विभाग के 2 चीफ इंजीनियरों को इसकी जांच का जिम्मा सौंपा गया था. जिसको लेकर अब आई रिपोर्ट के आधार पर सीएम खट्टर ने एक्शन लिया है.
सीएम केजरीवाल पर सरकार पर लगाए थे आरोप
बैराज के गेट ना खुलने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि चार गेट ना खुलने से दिल्ली में बाढ़ आई है. अगर समय रहते गेट खोल दिए जाते तो पानी दिल्ली से बाहर निकल जाता. जिसके बाद सीएम खट्टर ने मामले की पूरी निष्पक्षता से जांच के लिए कमेटी का गठन किया था. आपको बता दें कि बैराज के चार गेट ना खुलने पर नौसेना के जवानों को तैनात किया गया था. करीब 20 घंटे बाद एक गेट खुल पाया था. जिसके बाद सभी जाम गेटों को खोला गया था.
अब दिल्ली में नहीं आएगी बाढ़
आपको बता दें कि जुलाई महीने में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली में बाढ़ आ गई थी. लेकिन अब हरियाणा सरकार बाढ़ से निजात पाने के लिए यमुना नदी के ऊपर बांध बनाने की योजना पर काम कर रही है. अब हरियाणा सरकार हथिनी कुंड बैराज पर बांध बनाने वाली है. जिससे दिल्ली में बाढ़ की समस्या फिर नहीं आएगी.