Haryana News: हरियाणा के नूंह जिले में 31 जुलाई को ब्रजमंडल यात्रा पर भीड़ ने हमला कर दिया था. जिसके बाद हिंसा भड़क उठी जिसमें पानीपत के रहने वाले अभिषेक चौहान उर्फ अभिषेक बजरंगी की भी मौत हो गई थी. घटना के करीब डेढ़ महीने बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर आज सुबह करीब 8.30 बजे अभिषेक के परिजनों से मिलने के लिए पहुंचे. सीएम खट्टर पानीपत के नूरवाला की धमीजा कॉलोनी स्थित अभिषेक के आवास पर पहुंचे. इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता के इंतजाम किए गए थे.
‘दोषी को बख्शा नहीं जाएगा’
सीएम मनोहर लाल खट्टर ट्वीट कर लिखा कि- आज पानीपत में अभिषेक के घर जाकर उनके परिजनों को हौसला दिया और अपनी संवेदनाएं व्यक्त की. हम सब इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़े हैं. नूंह हिंसा में अभिषेक की जान चली गई, जिसका हमें बहुत दुख है. इस मामले में एक भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.
शिवसेना ने खड़े किए थे सवाल
आपको बता दें कि अभिषेक की मौत के परिवार को सांत्वना देने पहुंची शिवसेना ने हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर पर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने कहा था कि हरियाणा का बेटा एक धार्मिक यात्रा में शहीद हो जाता है, लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री के पास समय नहीं कि वो उसके परिवार से मिल सके उनकी कुछ आर्थिक मदद कर सकें.
अभिषेक के घर के पास लगवाया बोर्ड
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले अभिषेक के घर के पास शहीदी मार्ग का बोर्ड लगवाया गया था. इस बोर्ड पर लिखवाया गया है अमर बलिदानी अभिषेक मार्ग. इसके अलावा अभिषेक की 13वीं रस्म क्रिया के दौरान अभिषेक के नाम पर शहीदी गेट बनने की प्रक्रिया भी शुरू हुई थी. आपको बता दें कि अभिषेक चौहान बजरंग दल का कार्यकर्ता था. बीए पास अभिषेक एंडल मॉल के पास वर्कशॉप चलाता था. वो दो भाईय़ो में छोटा था. दंगाईयों ने पहले अभिषेक को गोली मारी थी. फिर गला रेतकर पत्थर से सिर कुचल दिया था.
31 जुलाई को हुई थी हिंसा
आपको बता दें कि नूंह शहर में 31 जुलाई को नलहेश्वर मंदिर से ब्रजमंडल यात्रा निकली थी. इस यात्रा को रोकने के लिए इसपर पथराव किया गया. धीरे-धीरे हिंसा की आग आसपास के क्षेत्रों तक भी जा पहुंची थी. इस हिंसा में 6 लोगों की मौत हुई थी. जिसमें दो होमगार्ड के जवान भी शामिल थे.
यह भी पढ़ें: Haryana Politics: कुमारी शैलजा का खट्टर सरकार पर निशाना, 'तख्त, ताज भी तुम्हारे लेकिन याद रहे...