Punjab News: पंजाब सरकार ने मोहाली में टूरिज्म समिट (Tourism Summit) का आयोजन किया. इस समिट का उद्घाटन पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने किया. इस मौके पर पंजाब की पर्यटन मंत्री अनमोल गगन मान (Anmol Gagan Mann) मौजूद रहीं, जबकि चीफ गेस्ट के रूप में जाने-माने कॉमेडियन कपिल शर्मा (Kapil Sharma)  पहुंचे. समिट की शुरुआत में पंजाब के रोपड़ और फतेहगढ़ साहिब जिले में मौजूद हड़प्पा के पुरातन जगहों का जिक्र किया गया. महाभारत के पांडवों से संबधित पठानकोट के शिवा मंदिर की गुफा से लेकर अमृतसर के राम तीर्थ मंदिर का भी जिकर किया गया. पंजाब के सिख धर्म की बात की गई .


अनमोल गगनमान ने बताया कि धार्मिक टूरिज्म में पंजाब सबसे आगे है. एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु हर रोज स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने आते हैं. 25 हजार से ज्यादा लोग बॉर्डर पर रीट्रीट सैरेमनी देखने पहुंचते हैं. पंजाब खुशियां बांटने वाली धरती है. यहां की ऊर्जा अलग है. उधर, इस समिट में पहुंचे कपिल शर्मा ने कहा कि ''मैं पंजाब में पैदा हुआ और इतने साल मेरी जिंदगी पंजाब में बीती. मैं पिछले 15 साल से बॉम्बे में रह रहा हूं. इस समिट में आने के बाद ही मुझे पता चला कि पंजाब में ये सारी जगहें भी हैं. मैं चाहता हूं कि पूरी दुनिया से आकर लोग पंजाब को जानें और पंजाब के लोगों की खुबसूरती पूरी दुनिया तक पहुंचे.''


पंजाब की संस्कृति पूरी दुनिया में पहुंचनी चाहिए- सीएम मान
पंजाब के सीएम भगंवत मान ने कहा कि ''भारत एक अंगूठी है तो पंजाब उसमें जड़ा हुआ एक नग है. पंजाब की संस्कृति और विरासत बहुत महान है और हमारा यही मकसद है कि पंजाब की विरासत दुनिया तक पहुंचे.  गुरू नानक देव जी ने पंजाबियों को लंगर प्रथा सिखाई जो कभी खत्म नहीं होगी. पंजाबी खाना और पंजाबी गाना हर जगह फेमस हो चुका है. पंजाब को नंबर वन बना दो फिर देश नंबर वन बन जाएगा.''


इन फिल्मों का समिट में हुआ जिक्र
इस दौरा पंजाबी बैकग्राउंड पर बनी फिल्मों और पंजाबी कलाकारों का भी जिक्र किया गया. इसमें दिलवाले दुलहनियां ले जाएंगे, लाल सिंह चड्ढा, वीर जारा, रंग दे बसंती, जब वी मेट पर चर्चा की गई. वहीं, पंजाबी कलाकारों कपिल शर्मा, दिलजीत दोसांझ, गिपी गरेवाल, गुरदास मान , एपी ढिलो और बी पराक का भी खास तौर पर जिक्र किया गया.


ये भी पढ़ेंHaryana: गुरुग्राम के ग्रामीण भूमि अधिग्रहण के खिलाफ, धरने पर बैठे किसानों की सरकार को चेतावनी- 'उचित मुआवजा दो या...'