Haryana News: चंडीगढ़ के मुद्दे को लेकर हरियाणा और पंजाब की सियासत गरमाई हुई है. चंडीगढ़ पर दावा ठोंकने के लिए हरियाणा विधानसभा का स्पेशल सत्र बुलाया गया है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस के सभी विधायकों ने पंजाब विधानसभा में चंडीगढ़ को लेकर पास किए गए प्रस्ताव का विरोध किया है. लेकिन कांग्रेस पार्टी के अंदर अब इस मुद्दे को लेकर नेताओं की राय बंट गई है. पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल ने कहा है कि हरियाणा को चंडीगढ़ के बजाए नई राजधानी की मांग करनी चाहिए.


दलाल ने कहा कि चंडीगढ़ नेताओं और अधिकारियों का शहर है. उन्होंने कहा, ''हम चंडीगढ़ पर अपना दावा छोड़ सकते हैं. लेकिन हमें चंडीगढ़ जैसा शहर बसाने के लिए पैसा और जमीन मिलनी चाहिए. इससे रोजगार भी पैदा होगा. हिमाचल और उत्तराखंड के पास भी अलग राजधानी है, लेकिन हमारे पास नहीं है.


हरियाणा विधानसभा में पास होगा प्रस्ताव


करण सिंह दलाल ने कहा कि विधानसभा में प्रस्ताव पास करने से कुछ हासिल नहीं होने वाला है. पूर्व विधायक ने कहा, ''इस प्रस्ताव से कुछ हासिल नहीं होगा. हमारा ध्यान एसवाईएल पर होना चाहिए. यह साउथ हरियाणा की बड़ी समस्या है. केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार है और इस मुद्दे का समाधान किया जा सकता है.''


बता दें कि पंजाब विधानसभा में पिछले हफ्ते चंडीगढ़ को लेकर एक प्रस्ताव पास किया गया था. इस प्रस्ताव में चंडीगढ़ का पंजाब में मर्जर करने की मांग की गई. हरियाणा के तमाम राजनीतिक दलों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया है. इसके साथ ही ऐसा ही प्रस्ताव हरियाणा विधानसभा में भी पास किया जाएगा. हरियाणा विधानसभा में एसवाईएल को लेकर भी प्रस्ताव पास किया जा सकता है.


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