Punjab News: पंजाब में कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. कांग्रेस (Congress) की पंजाब इकाई के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) पर दलितों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा इस्तेमाल करने के आरोप लगे हैं. सुनील जाखड़ को ही इसी वजह से विरोध का सामना भी करना पड़ा.


सुनील जाखड़ पर आरोप है कि उन्होंने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान दलितों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया. इस मामले में एक तरफ जहां दलित कार्यकर्ताओं ने जाखड़ का पुतला फूंका, वहीं कांग्रेस के एक नेता ने जाखड़ को पार्टी से निकालने की मांग उठायी. सुनील जाखड़ ने हालांकि इस मामले पर सफाई दी है. सुनील जाखड़ ने कहा कि उनके बयान को संदर्भ से इतर समझा गया.


वीडियो में जाखड़ परोक्ष रूप से पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के आलाकमान की पसंद होने पर सवाल खड़ा करते जान पड़ रहे हैं. हालांकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया. जाखड़ ने इंटरव्यू में कहा, ''आलाकमान को पता लगाना होगा कि किसको, कहां रखा जाना चाहिए.''


सुनील जाखड़ ने दी सफाई


इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व कांग्रेसी विधायक राजकुमार वेरका ने आरोप लगाया कि जाखड़ ने दलितों के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का उपयोग किया है. राजकुमार वेरका ने इसके लिए सुनील जाखड़ को तत्काल पार्टी से निकाले जाने की मांग की है. 


सुनील जाखड़ ने वेरका की ओर से लगाए गए आरोपों पर भी चुप्पी तोड़ी है. वेरका के आरोप पर जाखड़ ने कहा कि वह प्रत्येक धर्म और समुदाय का सम्मान करते हैं.


बता दें कि सुनील जाखड़ पिछले साल अमरिंदर सिंह को हटाए जाने के बाद सीएम नहीं बनाए जाने पर पार्टी से नाराज चल रहे हैं. पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान भी सुनील जाखड़ ने चरणजीत सिंह चन्नी को चुनने के हाईकमान के फैसले पर सवाल खड़े किए थे.


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