Haryana Politics: हरियाणा में भीगा लाखों क्विंटल धान, किरण चौधरी का सरकार पर निशाना, कहा- 'किसानों की अनदेखी...'
Haryana Farmers: कांग्रेस नेता किरण चौधरी ने कहा कि जिस बात का डर था वही हुआ, फसल खरीद नहीं होने से खुले आसमान के नीचे पड़ी धान की फसल भीग गई. सरकार की सुस्ती ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया.
Haryana News: हरियाणा कांग्रेस (Congress) की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी (Kiran Choudhry) और कुमारी शैलजा (Kumari Selja) ने प्रदेश की बीजेपी (BJP) और जेजेपी (JJP) की गठबंधन सरकार पर जमकर निशाना साधा है. अंबाला और यमुनानगर में दो दिन पहले हुई बारिश की वजह से किसानों का मंडी में पड़ा लाखों क्विंटल धान भीग गया था. इसकी वजह से दूसरे जिलों के किसान भी चिंता में आ गए हैं, क्योंकि खरीद की रफ्तार धीमी होने से किसानों के धान मंडियों में पड़े हुए हैं. इसको लेकर अब कांग्रेस भी सरकार को घेरने में लगी है.
किरण चौधरी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, "जिस बात का डर था वही हुआ, फसल खरीद नहीं होने से खुले आसमान के नीचे पड़ी धान की फसल भीग गई. गठबंधन सरकार की सुस्ती ने किसानों की 6 महीने की खून-पसीने की मेहनत पर पानी फेर दिया. बारिश का अंदेशा जताने के बादजूद इंतजाम नहीं हुए. किसान भाइयों की अनदेखी सरकार को भारी पड़ेगी."
‘सरकार की सुस्त रफ्तार ने किसानों को मुश्किल में ड़ाला’
वहीं कांग्रेस महासचिव और छतीसगढ़ की पार्टी प्रभारी कुमारी शैलजा ने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, "हरियाणा सरकार की सुस्त रफ्तार ने किसानों को मुश्किल में डाल दिया है, पोर्टल में खराबी की वजह से किसान धान बेचने के लिए लाइन में लगे रहे लेकिन सरकार की नींद नहीं खुली. सरकार ने न तो फसल खरीदने के लिए कोई इंतजाम किए न ही अनाज को सुरक्षित रखने की व्यवस्था, लिहाजा मंगलवार की सुबह हुई बारिश में लाखों क्विंटल धान भीग गया. इसकी वजह से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
‘बीजेपी सरकार किसानों की दुश्मन’
कुमारी शैलजा ने आगे लिखा कि बीजेपी सरकार किसानों की दुश्मन बन चुकी है, बीमा क्लेम के लिए किसानों से धरना करवाने वाली, बीज के लिए इधर से उधर भटकाने वाली और किसानों को पोर्टल के चक्कर में उलझाने वाली इस सरकार को आगामी चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
यह भी पढ़ें- Haryana Politics: 'हरियाणा में किसी भी जाति का बन सकता है CM', कुमारी शैलजा का भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बयान पर जवाब