Haryana Assembly Election 2024: कांग्रेस महासचिव कुमारी सैलजा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की. उन्होंने शुक्रवार (23 अगस्त) को कहा कि हर समुदाय या व्यक्ति की महत्वाकांक्षा होती है और (उनकी) क्यों नहीं हो सकती. उन्होंने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि वह राज्य में काम करने की इच्छुक हैं, लेकिन इस बारे में अंतिम फैसला कांग्रेस आलाकमान को करना है.
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की पूर्व अध्यक्ष और सिरसा से लोकसभा सांसद सैलजा ने राज्य में कांग्रेस के भीतर गुटबाजी को लेकर कहा कि हर संगठन में लोगों की महत्वाकांक्षा और व्यक्तिगत स्थान के लिए जद्दोजहद होती है, लेकिन टिकट वितरण के साथ ही सभी जमीन पर उतरकर पार्टी के लिए काम करते हैं.
'हमारे देश में जाति एक वास्तविकता है'
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस की तरफ से दलित समुदाय के किसी व्यक्ति को मुख्यमंत्री पद का मौका मिलना चाहिए, कुमारी सैलजा ने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव के नतीजे आए. हमें विश्वास है कि विधानसभा चुनाव में बहुत अच्छे नतीजे आएंगे और (कांग्रेस की) सरकार बनेगी. हमारे देश में जाति एक वास्तविकता है. सबकी उम्मीदें भी होती हैं, चाहे व्यक्तिगत रूप से हों या सामुदायिक रूप से, यह होता है.’’
उन्होंने कहा, ''अनुसूचित जाति समुदाय का अधिकतर वोट कांग्रेस की तरफ गया है और यह समुदाय कांग्रेस का आधार रहा है.''
'हम क्यों नहीं?'
सैलजा ने कहा, ‘‘उम्मीदें होती हैं. अगर कोई समुदाय या कोई भी, अपने आपको मुख्यमंत्री के रूप में पेश करता है और उम्मीद करता है, तो आज के दिन जागरूकता बढ़ चुकी है, एससी समुदाय क्यों नहीं? इतना विश्वास होना चाहिए कि हम भी खड़े होकर कहें कि हम क्यों नहीं?’’
'न तो ‘टायर्ड’ हैं और न ही ‘रिटायर्ड’ हैं'
यह पूछे जाने पर कि क्या वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘जैसा कि मैंने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर और समुदाय के स्तर पर लोगों की महत्वाकांक्षाएं होती हैं. क्यों नहीं?’’
इससे पहले मुख्यमंत्री पद के चेहरे से जुड़े सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 13 अगस्त को कहा था कि वह न तो ‘टायर्ड’ हैं और न ही ‘रिटायर्ड’ हैं, लेकिन पार्टी को बहुमत मिलने पर आलाकमान मुख्यमंत्री के बारे में फैसला करेगा.
'इस बार कोई खंडित जनादेश नहीं आएगा'
सैलजा ने विधानसभा चुनाव बाद गठबंधन की संभावना को खारिज करते हुए यह भी कहा कि इस बार कोई खंडित जनादेश नहीं आएगा और कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलेगा. हरियाणा में सभी 90 विधानसभा सीट के लिए एक अक्टूबर को मतदान होगा. मतगणना चार अक्टूबर को होगी.
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