Punjab Politics: प्रताप सिंह बाजवा ने की पंजाब सरकार से और बस चलाने की मांग, बोले- 'लोगों को हो रही असुविधा'
Partap Singh Bajwa: कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब सरकार से और बस खरीदने का आह्रवान किया है. इसके साथ ही उन्होंने पंजाब सरकार की ओर से प्रचार पर किए जा रहे खर्च को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं.

Punjab News: पिछले दिनों पंजाब रोडवेज और पी.आर.टी.सी. कर्मचारियों की तरफ हिट एंड रन कानून के विरोध में 52 सीटर बसों में सिर्फ 52 ही सवारियां बैठाने का फैसला लिया गया. इसको लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार से अपने बेड़े में और बसे जोड़ने का आह्रवान किया है. उनका कहना है कि बसों में सिर्फ 52 यात्रियों को ही ले जाने से बाकि बचे हुए यात्रियों को असुविधाओं का सामना करना पड़ता है.
प्रताप सिंह बाजवा ने सीएम भगवंत मान पर निशाना साधते हुए कहा कि आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को एक राज्य से दूसरे राज्य तक विमान से ले जाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रहे हैं. सरकार ने अपने प्रचार-प्रसार के लिए 750 करोड़ रुपये का सालाना बजट भी रखा है, लेकिन उन्हें लोगों को रोजाना होने वाली असुविधा की कोई परवाह नहीं है.
आम आदमी क्लिनिक को लेकर भी बोला हमला
कांग्रेस नेता ने कहा कि बस में 52 से ज्यादा सवारियां बैठाना गैरकानूनी हैं और 2 हजार रुपये का जुर्माना भी है. फिर भी ओवरलोड बसें अक्सर देखी जाती थीं. ओवरलोड बसों की वजह से दुर्घटनाएं भी होती थीं, जिसका खामियाजा ड्राइवरों को भुगतना पड़ता था. वहीं उन्होंने कहा कि पंजाब गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है. घोषणा करने के बाद भी आम आदमी पार्टी ने 26 जनवरी को 112 आम आदमी क्लिनिक नहीं खोले.
जोखिम नहीं उठाना चाहते रोडवेज कर्मचारी
पंजाब रोडवेज और पी.आर.टी.सी. कर्मचारियों की तरफ से हिट एंड रन कानून को काला कानून बताते हुए कहा गया था कि वो बसों में सिर्फ 52 सवारियां ही बठाएंगे. क्योंकि वो कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते. इसकी वजह से अब यात्रियों को परेशानी हो रही है, क्योंकि बसों में उतनी ही सवारियां बठाई जा रही हैं, जितनी सीटें हैं. ऐसे में यात्रियों को दूसरी बस का इंतजार करना पड़ता है और वो यात्रा तभी कर सकते हैं, जब उन्हें सीट मिले.
यह भी पढ़ें: Haryana: हरियाणा के CM खट्टर के पैतृक घर में बनेगी ई-लाइब्रेरी, बच्चे करेंगे पढ़ाई, बोले- ‘मैंने अपना बचपन...’
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस

