Bharat Jodo Yatra Update: लोगों के बीच नफरत के विस्तार को रोकने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) पर हैं. उनकी इस यात्रा का आज 131वां दिन है. अब तक भारत जोड़ो यात्रा में शामिल पांच लोगों की मौत हुई है. पांच में से चार लोग सीधे कांग्रेस (Congress) से जुड़े हैं. एक मृतक मध्य प्रदेश पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर यात्रा में सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात था. एक दिन पहले पंजाब में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जालंधर से सांसद संतोख सिंह चौधरी हुआ था. वह राहुल गांधी के साथ पंजाब में यात्रा कर रहे थे. उसी दौरान दिल का दौरा पड़ने की वजह से उनकी मौत हो गई. 


भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मरने वाले लोगों में तमिलनाडु, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और पंजाब के लोग शामिल हैं. मृतकों की सूची में कांग्रेस सेवा दल के नेता, सांसद, पार्टी के कार्यकर्ता और एमपी पुलिस के एक एसआई का नाम भी शामिल है. आइए, हम आपको बताते हैं कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मरने वाले कौन थे और उनका कांग्रेस से क्या संबंध है?


इस वजह से हुई लोगों की मौत
अब तक के भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पांच लोगों की मौत हुई है. इनमें तीन लोगों की मौत अचानक दिल का दौरा पड़ने हुई. जबकि तक कांग्रेस नेता गणेशन पोनरामन और एमपी पुलिस के एसआई की मौत सड़क दुर्घटना की वजह से हुई. केके पांडे, मांगीलाल शाह और कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी की मौत दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुई. 


ये हैं भारत जोड़ो यात्रा में जान गंवाने वाले 5 लोग 


1.  कृष्णकुमार पांडेय 
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कांग्रेस सेवा दल के महासचिव कृष्ण कुमार पांडे का 8 नवंबर, 2022 को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान 75 वर्ष की आयु में निधन हो गया. वह महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में राहुल गांधी के साथ चल रहे थे, जब वह सड़क पर गिर पड़े. यात्रा के दौरान वे पहले तिरंगा लेकर चल रहे थे. तबीयत बिगड़ने के बाद केके पांडेय को अस्पताल भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. माना जा रहा है कि दिल का दौरा पड़ने की वजह से उनकी मौत हुई. उनके पार्थिव शरीर को वापस कैंपसाइट लाया गया और उनके बेटे शीलज पांडे को सौंप दिया गया, जो खुद यात्रा में शामिल थे. 


2. गणेशन पोनरामन
12 नवंबर, 2022 को यात्रा के दौरान नांदेड़ में ही एक ट्रक ने एक और शख्स को टक्कर मार दी. दुर्घटना में तमिलनाडु के एक 62 वर्षीय कांग्रेस कार्यकर्ता और तंजावुर के गणेशन पोनरामन की मौत हुई थी. इस घटना में उनके साथ यात्रा में शामिल 30 वर्षीय सयायुल भी घायल हुए थे. पोनरामन कांग्रेस से कई वर्षों से जुड़े थे और भारत जोड़ो यात्रा में शामिल थे.


3. एसआई भूपेंद्र सिंह गुर्जर 
25 नवंबर, 2022 को आहर-मालवा में भारत जोड़ो यात्रा की रिहर्सल कर रहे भूपेंद्र सिंह गुर्जर नाम के सब-इंस्पेक्टर को एक कार ने टक्कर मार दी. इस दुर्घटना में गुर्जर ने मौके पर दम तोड़ दिया. यह घटना सोयतकला थाने के सामने हुई. एसआई भूपेंद्र सिंह भारत जोड़ो यात्रा की सुरक्षा में ड्यूटी पर तैनात थे. 


 4. मांगीलाल शाह 
 3 दिसंबर, 2022 को मध्य प्रदेश के जिला राजगढ़ के जीरापुर के कांग्रेस कार्यकर्ता 55 वर्षीय मांगीलाल शाह का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए सुसनेर जा रहे थे. रास्ते में उन्हें दिल का दौरा पड़ा. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. 


5. संतोख सिंह चौधरी
14 जनवरी, 2023 को पंजाब के जालंधर से सांसद संतोख सिंह चौधरी का भारत यात्रा के दौरान निधन हो गया. निधन की वजह से न केवल भारत जोड़ो यात्रा को 24 घंटे के लिए स्थगित किया गया, बल्कि फगवाड़ा में राहुल गांधी का शनिवार को स्वागत के लिए तैयार टेंट सिटी कार्यक्रम को भी रद्द कर दिया गया. टेंट सिटी में 5 हजार लोगों के ठहरने से लेकर खाने-पीने तक का इंतजाम किया गया था. टेंट सिटी में पंजाब के ढाई हजार और राष्ट्रीय स्तर के पांच सौ नेता ठहरने वाले थे. राहुल गांधी के स्वागत के लिए पूरे शहर में भव्य तैयारिया की गई थीं. शहर में जगह-जगह पर रंग-बिरंगी लाइटें लगाई गईं थी. करीब 2 हजार इमारतों पर झंडे और बड़े फ्लैक्स लगाए गए थे. इसके अलावा शहर भर में राहुल गांधी के 30-30 फीट के फ्लैक्स लगाए गए है. राहुल गांधी ने 15 जनवरी को जलंधर में होने वाले अपने संवाददाता सम्मेलन को स्थगित कर दिया.अब वह 17 जनवरी को होशियारपुर में मीडिया को ब्रीफ करेंगे. 


बता दें कि राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से हुई थी. यह यात्रा अब अपने अंतिम पड़ाव पर है. 30 जनवरी को कश्मीर में एक मेगा आयोजन के साथ यात्रा समाप्त होने की उम्मीद है. भारत जोड़ो यात्रा सात सितंबर, 2022 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी. अभी तक 131 दिन राहुल गांधी देश के अलग-अलग राज्यों में इस अभियान में तहत चल चुके हैं. इस यात्रा का लक्ष्य देश के सभी धार्मिक, जाति, वर्ग व सामुदायों में को एक साथ भाईचारे और सौहार्दपूर्ण माहौल में रहने और देश को और मजबूत बनाने की दिशा में आगे बढ़ने की है, लेकिन यह सौदा काफी महंगा साबित हुआ. इस यात्रा के अभी तक के सफर में चार राज्यों के पांच लोग जान गंवा चुके हैं. 


यह भी पढ़ें: ISI Terror Plan: गणतंत्र दिवस से पहले दिल्ली में आतंक का 'गठजोड़', ISI का 'प्लान दहशत' डिकोड