Punjab Election: पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजे आने में अभी 8 दिन का वक्त बाकी है. लेकिन राज्य की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस (Congress) को अपने नेताओं की आंतरिक कलह का सामना करना पड़ रहा है. मुक्तसर (Muktsar) जिले से कांग्रेस उम्मीदवार ने पार्टी को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. इन उम्मीदवारों ने कांग्रेस पार्टी पर चुनाव के दौरान अकेले छोड़ देने का आरोप लगाया है.
मुक्तसर से कांग्रेस के उम्मीदवारों का कहना है पार्टी का कोई भी दिग्गज नेता या स्टार कैंपेनर उनके लिए प्रचार करने नहीं आया. अंग्रेजी अखबार द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के एक उम्मीदवार ने पार्टी पर अकेले छोड़ देने का आरोप लगाया है. इस उम्मीदवार ने कहा, ''मुझे सपोर्ट के तौर पर पार्टी से 1500 झंडे मिले. इसके अलावा मुझे पार्टी से किसी भी तरह का समर्थन नहीं मिला.''
पार्टी के एक और उम्मीदवार ने अकेले दम पर चुनाव लड़ने का दावा किया. कांग्रेस उम्मीदवार ने कहा, ''हमने चुनाव को निर्दलीय उम्मीदवार की तरह लड़ा है. हमें पार्टी से कोई साथ नहीं मिला. दूसरे दलों के उम्मीदवारों को अपने सीनियर नेताओं का पूरा सहयोग मिला है. कैंपेन के दौरान हमें कोई साथ नहीं मिला.''
कांग्रेस के लिए नहीं है अच्छी खबर
मुक्तसर जिले में चार विधानसभा क्षेत्र पड़ते हैं. कांग्रेस पार्टी की ओर से 2017 के विधानसभा चुनाव में चार में से दो सीटों पर जीत दर्ज की गई थी. लेकिन कांग्रेस पार्टी को अब नेताओं की आंतरिक कलह की वजह मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. कांग्रेस ने इस जिले की दो सीटों पर आप से आए दो विधायकों रुपिंदर कौर और जगपाल सिंह को टिकट दिया.
कांग्रेस पार्टी को हालांकि पूरे प्रचार अभियान के दौरान नेताओं के आपसी झगड़े से जूझना पड़ा. प्रचार अभियान के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने कई मौकों पर पार्टी के फैसलों को लेकर सवाल खड़े किए. हालांकि नतीजे आने से पहले नेताओं के इस तरह के दावे कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें और बढ़ा सकते हैं.
Punjab Election: कांग्रेस पार्टी को नतीजे से पहले सता रहा है इस बात का डर, बनाया जा रहा खास प्लान