Punjab Election: पंजाब विधानसभा चुनाव के नतीजे आने में अभी 8 दिन का वक्त बाकी है. लेकिन अपने उम्मीदवारों को लेकर राजनीतिक दलों की चिंता बढ़ी हुई है. कांग्रेस (Congress) पार्टी को पिछले कुछ सालों में विधायकों की सबसे ज्यादा टूट झेलनी पड़ी है. कांग्रेस पार्टी पंजाब चुनाव के नतीजे आने से पहले ही सतर्क नज़र आ रही है. 


अंग्रेजी अखबार द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस पार्टी की ओर से अपने विधायकों को लेकर स्पेशल प्लान बनाया जा रहा है. कांग्रेस पार्टी चुनाव के नतीजे आने के तुरंत बाद ही अपने विधायकों को अपनी पार्टी की सरकार वाले राज्यों राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भेज सकती है. इतना ही नहीं रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पार्टी हाईकमान की ओर से इस पूरे मामले पर नज़र बनाकर रखी जा रही है. 


हालांकि कांग्रेस पार्टी की ओर से खुलकर इस मामले पर कुछ भी कहने से बचा जा रहा है. पार्टी के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी ने ऐसी खबरों को गलत बताया है. हरीश चौधरी ने दावा किया है कि कांग्रेस पार्टी पंजाब में दोबारा अपनी सरकार बनाने में कामयाब होगी. 


कांग्रेस ने बुलाई अहम मीटिंग


बता दें कि मतदान के दो दिन बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से अपने सभी बड़े नेताओं की मीटिंग बुलाई गई थी. हालांकि इस मीटिंग प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और दिग्गज नेता सुनील जाखड़ ने हिस्सा नहीं लिया. कांग्रेस पार्टी की ओर से इस मीटिंग में उन सीटों को अनुमान लगाया गया जो उसके हिस्से में आ सकती हैं.


विधानसभा चुनाव के दौरान लगातार ही कांग्रेस पार्टी को आंतरिक कलह से जूझना पड़ा. कांग्रेस ने हालांकि मतदान से कुछ दिन पहले ही चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया था. कांग्रेस के इस फैसले के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रचार अभियान में अपनी मौजूदगी को सीमित कर लिया था.


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