Haryana News: हरियाण के नूंह जिले में हुई हिंसा के बाद प्रदेश सरकार विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आ गई है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार पर हमला बोलते हुए ट्वीट कर लिखा- प्रदेश में कानून व्यवस्था को कायम करने में BJP-JJP पूरी तरह विफल साबित हुई है. नूंह में हुई हिंसा सरकार की विफलता का परिणाम है. सरकार अपनी जिम्मेदारी को समझें और शांति कायम करने के लिए संवेदनशीलता के साथ हरसंभव प्रयास करें. जनता उकसावे व अफवाहों पर पैनी नजर रखें और प्रेम व भाईचारे की स्थापना में एक दूसरे का सहयोग करें. 


दीपेंद्र सिंह हुड्डा की भी आई प्रतिक्रिया
वहीं कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा की भी नूंह हिंसा को लेकर प्रतिक्रिया आई. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि नूंह से आ रही हिंसा व आगजनी की खबरें दुखद और बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं. मेरी आप सभी से हाथ जोड़कर अपील है कि अपने प्रदेश का भाईचारा बिगड़ने न दें. हर हाल में आपसी प्रेम, शांति और सद्भाव कायम रखें.


क्या रही नूंह हिंसा की वजह? 
कुछ दावों के मुताबिक, बल्लभगढ़ में एक बजरंग दल कार्यकर्ता द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया एक आपत्तिजनक वीडियो हिंसा की वजह बना. खबरें ऐसी भी है कि राजस्थान के दो मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या में वांछित गोरक्षक मोनू मानेसर को इस ब्रजमंडल यात्रा में शामिल होना था लेकिन विश्व हिंदू परिषद की सलाह पर मोनू मानेसर इस जूलूस में शामिल नहीं हुआ. लेकिन अचानक आई एक भीड़ ने विश्व हिंदू परिषद के जूलूस को रोकने का प्रयास किया और दो कारों में आग लगा दी. जिसके बाद जुलूस में शामिल लोगों ने पलटवार करते हुए उन्हें रोकने वाले युवकों पर पथराव किया. इस दौरान हिंसा भड़क उठी और 2 होमगार्ड जवानों की मौत हो गई. वहीं पुलिसकर्मियों समेत 15 से ज्यादा लोग घायल हो गए. नूंह हिंसा के खबर लगने के बाद सोहना में भी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने 4 वाहनों और एक दुकान को आग के हवाले कर दिया. 


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