Punjab News: लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच पंजाब में गवर्नर और सीएम के बीच तकरार बढ़ गई है. शुक्रवार को राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित (Banwarilal Purohit) ने मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनके सवालों का जवाब नहीं मिला तो वे प्रदेश में राष्ट्रपति शासन (President's Rule) लगाने की सिफारिश कर सकते हैं. इस बयान के बाद पंजाब की सियासत गरमा गई है.
बीजेपी-कांग्रेस नेताओं ने बयान
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस नेता ने कहा, 'राज्यपाल का पद संवैधानिक होता है. लेकिन यदि राज्यपाल केंद्र सरकार की सत्ताधारी पार्टी का नुमाइंदा बन कर काम करेगा तो ऐसे मामले आएंगे ही. रक्षक ही भक्षक बन जाए तो संविधान की रक्षा कौन करेगा?' इस मामले पर बीजेपी ने भी प्रतिक्रिया दी है. मनजिंदर सिंह सिरसा ने ट्वीट कर लिखा, 'ठीक वैसा ही अरविंद केजरीवाल, सीएम का अहंकार. भगवंत मान जी के कारण पंजाब के शासन में टकराव हुआ है. मान साहब ड्रग माफिया और कानून व्यवस्था के बारे में अपने सवालों और चिंताओं पर माननीय राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित जी को जवाब नहीं दे रहे हैं. पंजाब में दुखद स्थिति जारी!'
सीएम भगवंत मान ने किया पलटवार
राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित द्वारा पंजाब में राष्ट्रपति शासन की चेतावनी दिए जाने पर सीएम मान ने पलटवार किया है. चंडीगढ़ में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सीएम मान ने राज्यपाल पर निशाना साधते हुए कहा कि वे पंजाब का लॉ एंड ऑर्डर ठीक ना होने की बात करते है. लेकिन क्या आपके पड़ोसी राज्य हरियाणा के गर्वनर ने क्या नूंह हिंसा को लेकर सीएम खट्टर को क्या नोटिस दिया, क्योंकि सरकार केंद्र में भी उन्हीं की है. मणिपुर के गर्वनर के बारे में तो ज्यादातर लोग जानते ही नहीं. लोगों को पता सिर्फ पंजाब के गवर्नर का है दिल्ली के एलजी का पता है, बंगाल के गवर्नर का पता है, कर्नाटक और करेला के गवर्नर का पता है.