Punjab Politics: बाढ़ को लेकर कांग्रेस के निशाने पर AAP सरकार, वडिंग बोले- ‘जरूरतों को पूरा नहीं कर सकती तो...’
Punjab News: कांग्रेस ने पंजाब में बाढ़ को लेकर आप सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पंजाब में लोगों की जिंदगी पटरी पर लाने के लिए 10 हजार करोड़ रुपये की जरुरचत है. सरकार की इसकी घोषणा करनी चाहिए.
Punjab News: कांग्रेस की पंजाब इकाई के नेता अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और प्रताप सिंह बाजवा ने शुक्रवार को राज्य की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार से मांग की कि वह प्रदेश के बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 10 हजार करोड़ रुपये के मुआवजा पैकेज की घोषणा करे. पार्टी द्वारा जारी बयान के मुताबिक, दोनों नेताओं ने मूनक और करैल सहित घग्गर नदी के किनारे बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. उन्होंने बाढ़ प्रभावितों से मुलाकात की और उनका हाल-चाल जाना.
10 हजार करोड़ रुपये के मुआवजे की घोषणा करें सरकार
कांग्रेस के नेताओं पंजाब की आप सरकार से मांग की कि वह किसानों और बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए 10 हजार करोड़ रुपये के मुआवजा पैकेज की घोषणा करे जो इलाके में मूसलाधार बारिश की वजह से भारी नुकसान का सामना कर रहे हैं. कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष वडिंग ने पीड़ितों को मुआवजा देने के साथ-साथ ही बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों, अस्पताल, पुल, स्कूल आदि की मरम्मत के लिए भी वित्तीय सहायता प्रदान करने की मांग की.
उन्होंने कहा कि इन सभी कार्यों को करने और लोगों की जिंदगी पटरी पर लाने के लिए पंजाब को करीब 10 हजार करोड़ रुपये की सहायता की जरूरत है. वडिंग ने कहा कि अगर राज्य सरकार इन जरूरतों को पूरा नहीं कर सकती तो दंभ दिखाने के बजाय उसे केंद्र से अतिरिक्त कोष के वास्ते अपील करनी चाहिए.
‘बचाव कार्य में हो रही है देरी’
वडिंग ने आरोप लगाया कि आप सरकार चेतावनी को नजरअंदाज कर रही है और बचाव कार्य में देरी कर रही है. उन्होंने कहा कि आप सरकार को प्राकृतिक आपदा के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता और न ही इसे रोका जा सकता है लेकिन आप नेतृत्व अकेले लापरवाही के लिए जिम्मेदार है जिसकी वजह से पंजाब की स्थिति खराब हुई है. कांग्रेस नेता ने कहा चार लाख हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित हुई है, उर्वर मिट्टी बह गई है और कई लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है.
डेयरी किसान अपने मवेशियों को खो चुके हैं. बाढ़ से आंतरिक सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं. उन्होंने कहा, केंद्र से धन और सभी तरह की सहायता की मांग करने और पीड़ितों को समय से वित्तीय सहायता मुहैया कराने के बजाय मुख्यमंत्री भगवंत मान दंभ के साथ व्यवहार कर रहे हैं और जरूरत के समय पीड़ितों को मदद से वंचित कर रहे हैं.