Punjab News: पंजाब कांग्रेस के नेता मतभेदों को भुलाकर विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज करते नज़र आ रहे हैं. प्रदेश चुनाव कमेटी की बैठक में अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने एकजुटता दिखाने की कोशिश की. इसके साथ ही नवजोत सिंह सिद्धू की ने साफ कर दिया कि खराब छवि वाले उम्मीदवारों पर कांग्रेस पार्टी दांव नहीं लगाएगी. सिद्धू की बुलाई गई बैठक में सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi), सुनील जाखड़ और पार्टी प्रभारी हरीश चौधरी ने हिस्सा लिया.
अंग्रेजी अखबार द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस पार्टी की कोशिश उन उम्मीदवारों से बचने की है जिनकी छवि खराब हो. इसके साथ ही चुनाव संबंधी बड़े फैसले लेने का अधिकार कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी पर छोड़ा गया है.
सीएम का चेहरा बनने को लेकर छिड़ी है असली जंग
हालांकि कांग्रेस पार्टी ने अभी तक यह साफ नहीं किया है कि विधानसभा चुनाव में किसे चेहरा बनाया जाएगा. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि नवजोत सिंह सिद्धू और चरणजीत सिंह चन्नी के बीच छिड़ी जंग असल में सीएम का चेहरा बनने को लेकर है. हालांकि गुरुवार को हुई मीटिंग में कांग्रेस पार्टी की ओर से यह दिखाने की कोशिश की गई है कि चुनाव को लेकर सभी नेता एक हैं.
इससे पहले कांग्रेस पार्टी की चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी एक मीटिंग बुलाई थी. इस मीटिंग को लेकर ऐसी जानकारी सामने आई कि नवजोत सिंह सिद्धू ने चरणजीत सिंह चन्नी के राज्य में हर जगह लगे पोस्टर्स पर सवाल खड़े किए हैं. नवजोत सिंह सिद्धू का कहना है कि किसी व्यक्ति को नहीं बल्कि पार्टी की विचारधारा को प्रमोट किया जाना चाहिए.