(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Haryana Politics: बीजेपी नेता ने भूपेंद्र हुड्डा पर साधा निशाना, कहा- 'कांग्रेसी मायावी होते हैं, जरूरत पड़ने पर काम नहीं आते'
BJP leader OP Dhankhar Attack On Congress: बीजेपी नेता ओपी धनखड़ ने कहा कि केंद्र सरकार के नौ वर्षों के कार्यकाल के दौरान कई कल्याणकारी नीतियों का लाभ आम भारतीयों को मिला है.
Haryana News: हरियाणा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने एक निजी रिसोर्ट में नलवा हल्के के पन्ना प्रमुख सम्मेलन में कांग्रेस पर हमला बोला. नलवा में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा उनके बेटे दीपेंद्र हुड्डा पर तंज कसते हुए कहा कि ये बाबू बेटा वैसे तो खड़े पावेंगे और जिस दिन रौला माच्या उस दिन नहीं पाए. कहने का मतलब यह है कि जब आपको इनकी जरूरत पड़ेगी तो ये आपके काम नहीं आएंगे.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शी सोच और सशक्त नेतृत्व का लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है. विश्व भर में इंडिया का मान और सम्मान बढ़ा है. केंद्र सरकार के नौ वर्षों के कार्यकाल के दौरान कई कल्याणकारी नीतियों का लाभ आम भारतीयों को मिला है. भारतीयों के सकारात्मक सोच को बढ़ावा मिला है. हरियाणा के मतदाता सूची के एक पन्ने के 15 परिवारों यानि 60 वोटरों तक पार्टी पन्ना प्रमुख के माध्यम से सीधे जुड़े हैं. विपक्षी दलों का ये हाल है कि वो अपना जिलाध्यक्ष भी नहीं बना पा रहे हैं. आप से बिना सोचे समझे किए वादे कितना पूरा करेंगे, इसका तो भगवान ही मालिक.
हुड्डा ने लगाई वादों की झड़ी
बता दें कि हरियाणा के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रोहतक में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के बाद हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनी तो दो लाख युवाओं को नौकरी देंगे. कांग्रेस सरकार आम लोगों को रसोई गैस सिलेंडर 500 रुपए में मुहैया कराने का काम करेगी. वरिष्ठ नागरिकों को हर माह पेंशन 6000 रुपये दिए जाएंगे. हुड्डा ने कहा कि पूर्व में कांग्रेस सरकार ने एससी, पिछड़ा वर्ग और गरीब समाज के बच्चों को शिक्षित करने के लिए प्रत्येक गांव और मोहल्ले में सरकारी स्कूल खोलने का काम किया था. 20 लाख बच्चों के लिए पहली से 12वीं क्लास तक वजीफे की योजना शुरू की थी. हायर एजुकेशन में भी 14 हजार रुपए महीने तक स्कॉलरशिप की व्यवस्था की थी. इसके उलट बीजेपी की सरकार ने गरीबों के भलाई के लिए चलाई गई सभी योजनाओं को बंद कर दिया.