Waris Punjab De: होशियारपुर डेरे के बाहर मुंह छुपाता दिखाई दिया भगोड़े अमृतपाल का साथी पपलप्रीत, दोनों ने बदला अपना-अपना रास्ता
Amritpal Singh Arrest Operation: पंजाब पुलिस लगातार अमृतपाल को पकड़ने के लिए सर्च अभियान चला रही है, इस दौरान एक सीसीटीवी वीडियो सामने आया है जिसमें अमृतपाल का साथी पपलप्रीत नजर आ रहा है.
Punjab News: 'वारिस पंजाब दे' का प्रमुख अमृतपाल सिंह लगभग 15 दिन से फरार चल रहा है, लेकिन पंजाब पुलिस अभी तक अमृतपाल को खोज नहीं पाई है. वहीं अमृतपाल का साथी पपलप्रीत जो उसके साथ फरार हुआ था, उसका एक सीसीटीवी सामने आया है, जिसमें पपलप्रीत होशियारपुर के एक डेरे के बाहर दिखाई दिया है. बताया जा रहा है कि ये वीडियो 29 मार्च की सुबह का है. यानी अमृतपाल और पपलप्रीत अब अलग-अलग जगहों पर छिपे हुए है. लेकिन इसको लेकर अभी कोई अधिकारिक सूचना नहीं है.
रावलपींडी पुलिस ने की नाकेबंदी
बीती 28 मार्च को जब अमृतपाल किसी टीवी चैनल को इंटरव्यू देने के लिए जा रहा था तो पपलप्रीत भी उसके साथ था. पुलिस को इस बारे में जब गुप्त सूचना मिली तो अमृतपाल को पकड़ने के लिए रावलपिंडी पुलिस स्टेशन के आगे नाकेबंदी की. लेकिन इनोवा गाड़ीं के आगे चल रही कार को जैसे ही पुलिस ने रोका तो इनोवा गाड़ी को पीछे से मोड़कर तेजी से भगाया गया. इसके बाद पंजाब पुलिस की टीम ने जब उनका पीछा किया तो अमृतपाल और उसका साथी मथइंया खुर्द गुरुद्वारे के पास इनोवा गाड़ी छोड़कर दीवार फांदकर खेतों में भाग गया. अंधेरा होने की वजह से वो पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो गए. भागने के दौरान ही पपलप्रीत और अमृतपाल अलग-अलग हो गए थे.
पुलिस गांवों में चला रही सर्च अभियान
अमृतपाल और उसके साथ पपलप्रीत को पकड़ने के लिए पुलिस होशियारपुर-फगवाड़ा रोड के आसपास के करीब एक दर्जन गांवों में तलाशी अभियान चला रही है. लोगों से पूछताछ की जा रही है.
दसूहा शुगर मिल भी पहुंची थी पुलिस
वही आपको बता दें कि शुक्रवार शाम को पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अमृतपाल दसूहा की एक शुगर मिल में हो सकता है. जिसके बाद पुलिस की करीब 100 गाडियां शुगर मिल पहुंच गई थी. इस दौरान जिले को जोड़ने वाले सभी रास्तों पर नाकाबंदी भी की गई. पुलिस के 300 से ज्यादा जवानों ने शुगर मिल की तलाशी अभियान चलाया., लेकिन वहां कोई नहीं मिला, जिसके बाद रात करीब 12 बजे पुलिस की 10 गाड़ियां शुगर मिल से बाहर निकली थी. इस पूरी कार्रवाई को मीडिया से गुप्त रखा गया था.