(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Punjab: पंजाब में कांग्रेस का AAP से गठबंधन होगा या नहीं, हाई कमान के साथ मिटिंग में आज बनेगी रणनीति, पार्टी में अंदरूनी कलह पर भी चिंतन
Punjab News: लोकसभा चुनावों में अब 6 महीने से भी कम का समय रह गया है. ऐसे में कांग्रेस अपने आप को हर मोर्चे पर सफल बनाने के लिए रणनीति बनाने में जुटी हुई है. इसी कड़ी में आज पंजाब में बैठक है.
Punjab News: पंजाब कांग्रेस के नेताओं की आज दिल्ली हाई कमान के साथ मीटिंग होगी. पंजाब कांग्रेस के नेता किसी भी सूरत में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को तैयार नहीं हैं. ऐसे में लोकसभा चुनावों में अपने आप को मजबूत करने के लिए कांग्रेस हाई कमान पंजाब के पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर रहा है. ताकि I.N.D.I.A गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर पंजाब में भी चुनाव लड़ा जा सके. इसके साथ ही पंजाब कांग्रेस के नेताओं में चल रही खींचतान को लेकर भी बैठक में चर्चा की जाएगी.
AAP से गठबंधन पर नेताओं की ली जाएगी राय
पंजाब कांग्रेस के नए इंचार्ज देवेंद्र यादव की तरफ से कहा गया है कि लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश कांग्रेस के नेताओं से आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर राय ली जाएगी. लोगों की भावनाओं की कद्र की जाएगी. देवेंद्र यादव ने कहा कि पंजाब कांग्रेस का संगठन काफी मजबूत है. लेकिन AAP से गठबंधन का अंतिम फैसला पार्टी हाई कमान ही करेगा. वहीं कई सीनियर नेता जो पार्टी छोड़कर जा चुके हैं उन्हें पार्टी में वापस लाने की कोशिश की जाएगी.
AAP से गठबंधन को लेकर नेताओं के अलग-अलग पक्ष
एक तरफ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा AAP से गठबंधन को बिल्कुल राजी नहीं हैं. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के सामने भी बाजवा और वडिंग अपनी बात रख चुके हैं. वहीं नवजोत सिंह सिद्धू और कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू आम आदमी पार्टी के पक्ष में हैं. ऐसे में पार्टी हाई कमान सभी नेताओं की एक राय बनाने की कोशिश करेगा.
नवजोत सिंह सिद्धू के मामले पर भी हो सकती है चर्चा
वहीं हाई कमान के साथ मीटिंग के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू और प्रताप सिंह बाजवा के बीच चल रही खींचतान पर चर्चा हो सकती है. पिछले कुछ दिनों से दोनों नेताओं को बीच जुबानी जंग देखने को मिल रही है. आपको बता दें कि लोकसभा चुनावों में अभी कुछ ही महीनों का समय बचा है. ऐसे में कांग्रेस की राह आसान होते नहीं दिख रही. क्योंकि पार्टी नेता आपस में जुबानी जंग में उलझे हैं.